चुनाभट्टी सप्तर्षि कॉ .ऑ.हो.सोसायट पुनर्वास परियोजना का मुद्दा प्रधानमंत्री कार्यालय में पहुंचा
प्रधानमंत्री से न्याय की गुहार
मुम्बई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आज भी आम आदमी को स्वयं के घर के लिए दर दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। इसके बाद भी शासन और प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा धारण किए हुए है। जिसके कारण भुक्तभोगी और मुंबई विभागीय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुंबई सचिव संजीव उपाध्याय ने पुनर्वास के इस मुद्दे में न्याय दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बिल्डिंग के विकास कों पर कार्यवाही की मांग की है। बता दें कि महाराष्ट्र सरकार जहां एक तरफ आम आदमी को उसका घर दिलाने के लिए आए दिन नए कानून पारित किए जाने का आश्वाशन दिया करती है वहीं मुम्बई के उपनगरों में (म्हाडा) पुनर्वसन परियोजना के तहत सैकड़ो परियोजनाओ पर काम तो शुरू किया गया लेकिन देखने में आया है कि सालो से अनेक परियोजनाए अधर में लटकी पड़ी है। इन परियोजनाओं के निवासियों को नया घर तो मिला नही बल्कि उनका आशियाना ही छीन गया।ऐसा ही एक मामला चुनाभट्टी सप्तर्षि कॉ. कॉपरेटिव हाउसिंग सोसायटी का प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि चाइनीज विकासक फोसन हाईव व कॉर्बन हाईव द्वारा टेनेंट लोगो को फसाकर कर अपने कार्यालय को बंद कर चाईना भाग गया है और छह महीने से प्रकल्प का काम ठप्प पड़ा है।इस प्रकल्प में कुल ५९० लोगो को उनके हक का घर नही मिल पा रहा है ।इतना ही नही उक्त भगोड़े चाइनीज विकासक पर चुनाभट्टी पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज है ।
उक्त भगोड़े विकासक द्वारा भ्रष्टाचार कर विदेशी कालाधन निवेश व एक ही इमारत में एक व्यक्ति के नाम पर १५ फ्लैट बुक हुए है उस विषय की जांच और अधर में लटके हुए ५९० लोगो को उनका आशियाना मुहैया कराने हेतु स्थानीय युवा राकांपा नेता व मुम्बई सचिव संजीव उपाध्याय ने गत दिनों देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर ५९० लोगों ओर स्वयं उन्हें न्याय दिलाने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में संजीव उपाध्याय ने बताया कि पिछले छह माह से विकासक द्वारा भाड़ा नहीं दिया जा रहा है।६०० करोड़ की लागत वाले इस विकास कार्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उपाध्याय का कहना है कि आदर्श घोटाले से भी बड़ा घोटाला यहां हुआ है। पहले यहां विकास कार्य एस.बी. डेवलपर द्वारा किया जा रहा था बाद में उसने स्नेहांजलि आहूजा के साथ संयुक्त राष्ट्र रूप से काम चालू किया उसके बाद उसने अपने सारे शेयर स्नेहांजली आहूजा को बेंच दिया। गौर करने वाली बात यह है कि बिना सोसाइटी को जानकारी दिए ही स्न्हांजलि आहूजा द्वारा एक चाइनीज कंपनी फोजन हाइव एंड कार्बन हाइव को बेंच दिया। आज हालत यह है कि चाइनीज कंपनी भी काम बंद करके चाइना भाग गई। उपाध्याय ने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन किया है कि वे इस मामले को संज्ञान में लेते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को तत्काल ही यहां के भगोड़े विकासकों पर कार्यवाही करने का आदेश दें।