मुंबई : लॉकडाउन में गरीब परिवारों और मजदूरों की मदद में कंपनियां भी जुटी हुई हैं. क्रेडिट रेटिंग कंपनी क्रिसिल ‘10के मिल्स प्रोजेक्ट’ चला रही है. जिसके तहत मुंबई के विभिन्न इलाकों में रोज 10 हजार जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट बांटे जा रहे हैं. क्रिसिल अपने मुंबई स्थित कार्यालय में हाइजेनिक तरीके से खाना तैयार करवा कर जरूरतमंदों को वितरित कर रही है. क्रिसिल फाउंडेशन ने पवई, मानखुर्द और गोरेगांव की मलिन बस्तियों में अब तक 2 लाख फूड पैकेट बांटे हैं.
क्रिसिल की प्रबंध निदेशक व सीईओ आशु सुयश ने कहा कि संकट की इस घड़ी में एक जिम्मेदार कॉरपोरेट होने के नाते हमारा यह कर्तव्य है कि जरूरतमंदों को भूखा ना रहने दे, उन्हें भी पौष्टिक भोजन प्रदान करें. उन्हें खिलाने के लिए हम अपने कॉर्पोरेट रसोई क्षमताओं का उपयोग कर रहे हैं. साथ ही हम इस बात से भी आशान्वित हैं कि यह पहल प्रवासी श्रमिकों को उनके गांवों में वापस जाने के लिए विवश नही करेगी. लॉकडाउन अवधि के अंत तक क्रिसिल अन्य संस्थाओं के सहयोग से मुफ्त भोजन देना जारी रखेगी.