नवी मुंबई : एक बड़े साजिस के तहत करोडो रुपियो की जमीन हड़पने के लिए एक फूलप्रूफ प्लान तैयार किया गया था जिसमे आरोपी कामयाब भी हो गए और अश्ली जमीन के मालिक को जेल के सलाखों के पीछे जाने की नौअत आ गयी , चलिए दिखाते है के करोडो रुपये के जमीन को हड़पने में कौन कौन शामिल थे मामला नवी मुंबई का है जहा कुछ भू माफिया ने २८ करोड़ रुपियो के जमीन को हड़पने के लिए एक साजिस रची जिसमे जमीन के मालकिन को ही फर्जी बना कर नवी मुंबई सी बी डी पुलिस थाने में एफ आई आर दर्ज करवा दिया गया , आप को जान कर हैरत होगी के पुलिस ने इस केस में जितनी जल्दवाजी की उसकी वजह क्या रही होगी एक राशनकार्ड के झेरोक्स पर एफ आई आर फाड़ दिया गया लेकीन कुछ ही घंटे बीते की नवी मुंबई बेलापुर पुलिस थाने के अधिकारियो को शायद इस बात का एहसास हो गया के यह केस उनके लिए मुशीबत खड़ी कर सकती है तब हिरा बाई को जमानत मिल गयी ,लेकिन इसका फायदा भू माफियाओ को हो गया ,और वह सिडको से ३८०० मिटर का साढ़े बारह टक्का के प्लाट के लिए दाबेदारी ठोक दिए लेकिन सिडको के अधिकारी ने यह कहकर प्लाट नहीं शौपे के जब तक कोर्ट से यह फैसला नहीं आता के असली हिरा बाई कौन है तब तक यह प्लाट नहीं दिया जायेगा यही पर फर्जीबाड़ा करने वालो का दाव फेल हो गया ,आप को बता दे के असली हिरा बाई की उम्र ७० साल के करीब है लेकिन ५० साल की वनिता सावलाराम पाटिल हिरा बाई बन कर दावा पेश कर रही थी चलिए आप को बताते है के कैसे इस हेरा फेरी का भंडा फोड़ हुआ ,७० साल की बूढी औरत सभी सरकारी बिभाग में भटकती रही लेकिन सबो ने उसे सक की नजरो से देखा वह २०१३ से दर दर की ठोकरे खाती रही के कोई उसे न्याय दिलवा देगा और वह इसी उम्मीद से एक ह्यूमन राइट्स के दफ्तर में पहुंची जहा उसकी मुलाकात एक समाज सेवी से हुयी तब ७० वर्षीय हिरा बाई ने अपनी बाते रोते रोते बताई जिसके बाद उसे यह अस्वासन देकर घर भेजा गया के उनके पास क्या दस्तावेज है वह दिखाए और बूढी औरत ने ५ दसक पुराने कागजात के साथ वही सभी दस्तावेज लेकर पहुंच गयी जिससे यह साबित होता था के असली जमीन की मालिक वही है उसके बाद इस समाज सेवी असलम मुंशी पनवेल पुलिस थाने पहुंचे और भू माफिया के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाए जिसके बाद कुलमिलाकर ५ आरोपी पुलिस के गिरफ्त में पहुंच गए जिसमे फर्जी महिला भी शामिल थी , पुलिस के तफ्तीश में बिल्डर राजेश सिंह के घर से पुराने पुराने स्टैम पेपर बरामद हुए वही मुख्य दलाल शरतचंद्र नाइक के घर से सरकारी बिभाग के नकली रब्बर स्टैम बरामद किये गए और साथ ही फर्जी रासन कार्ड और पेन कार्ड जब्त कर लिया गया है , इस केस में पुलिस के सामने सभी आरोपियों ने अपनी
गलती मान ली है और एक करोडो रुपियो का फर्जीवाडे का अंत हो गया , अब सभी पछता रहे है के अगर वह करोडो के फजीवाडे में नहीं कूदे होते तो आज वह अपने घर में सुकून से होते न के सरकारी मेहमान बनते फिलहाल पुलिस तफ्तीश कर रही है के इन पांच आरोपियो के अलावा और कितने लोग इसमें शामिल हो सकते है आरोपियों को १४ तारीख तक पुलिस कस्टडी मिली है पकडे गए आरोपी सभी नवी मुंबई के रहने वाले है जिनका नाम है राजेश सिंह ,शरदचंद्र नाइक, वनिता सुखराम पाटील, वैभवलाल देउवा, राजाराम पांडुरंग दाते.