मुंबई: महानायक अमिताभ बच्चन इस बात से बेहद नाराज हैं कि हेपेटाइटिस से पीड़ित महिलाओं के साथ बहुत बुरा सलूक किया जाता है। उन्होंने कहा कि इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और मैं खुद महिलाओं के इस अपमान के खिलाफ आवाज बुलंद करूंगा। वायरल हेपेटाइटिस के उन्मूलन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे के साथ जुहू में आयोजित समारोह में जन जागरण अभियान की शुरुआत करते हुए बच्चन ने कहा, 'मुझे ऐसी कई घटनाओं की जानकारी मिली है कि ससुराल वालों को जैसे ही बहू के हेपेटाइटिस-बी से पीड़ित होने का पता चला, उन्होंने बड़ी बेरहमी से उसे घर से निकाल दिया। किसी भी सभ्य समाज के लिए यह शर्म की बात है।'
उन्होंने कहा, 'कुली की शूटिंग के दौरान घायल होने के बाद मैं अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था तो करीब 200 लोगों ने मेरे लिए रक्तदान किया था। पता नहीं, किसका खून इनफेक्टेड था कि मैं हेपेटाइटिस-बी की चपेट में आ गया और इसका पता मुझे 18 साल बाद चेकअप के दौरान चला। तब तक मेरा 75 पर्सेंट लीवर खराब हो चुका था। मेरा 25 पर्सेंट लीवर ही काम कर रहा है, लेकिन हेपेटाइटिस-बी के बावजूद मैं स्वस्थ और सामान्य जीवन जी रहा हूं। लोगों को अब अपना नजरिया बदलना होगा।'
अश्विनी कुमार चौबे ने विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा दक्षिण पूर्व एशिया के गुडविल एंबेसडर अमिताभ बच्चन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि, 'हमें इलनेस सेंटर को वेलनेस सेंटर में बदलना है। मार्च तक 10 हजार और 2022 तक डेढ़ लाख हेल्थ ऐंड वेलनेस सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य है।'