मुंबई : दूध में मिलावट करने वालों के खिलाफ पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री सुनील केदार ने सख्ती से निपटने का फैसला किया है. उन्होंने इस गोरखधंधे को रोकने के लिए अधिकारियों को प्लान ऑफ़ एक्शन तैयार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है. इस समस्या से निपटने के लिए मंत्री केदार ने विशेष बैठक बुलाई थी, जिसमें विभाग से जुड़े सभी अहम अधिकारी मौजूद थे.
मंत्री केदार ने कहा कि दूध में मिलावट की जांच के लिए जिला-स्तरीय निरीक्षण अभियान चलाया जाना चाहिए. इस अभियान में पशुपालन और डेयरी विकास विभाग, खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग की एक संयुक्त टीम नियुक्त की जाएगी. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को इस ऑपरेशन में पुलिस को भी शामिल करना चाहिए. पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री ने कहा कि मिलावटी दूध की वजह से आम लोगों के अलावा खास कर बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम हो सकता है. उन्होंने कहा कि दूध की क्वालिटी के जांच पर भी ज्यादा जोर देने की जरुरत है. बैठक में खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री डॉ. राजेंद्र शिंगणे, विधायक रोहित पवार, डेयरी आयुक्त नरेंद्र पोयम, खाद्य एवं औषधि प्रशासन आयुक्त पल्लवी दराडे समेत कई अधिकारी मौजूद थे.