माथाडी कामगारों का घर तोड़नेवाले मनपा अधिकारियों के घर मे घुसकर मारेंगे - नरेंद्र पाटील, माथाडी नेता
नवी मुंबई। माथाडी कामगारों ने आवश्यकता अनुसार बनाए गए घरों को नवी मुंबई महानगरपालिका के अधिकारियों ने तोड़ने का प्रयास किया तो उन्हें घर मे घुसकर मारेंगे, ऐसी चेतावनी माथाडी नेता नरेंद्र पाटिल ने वाशी में दिया. अन्नासाहेब पाटिल की 43वीं पुण्यतिथि के अवसर पर माथाडी भवन में आयोजित माथाडी कामगारों की सभा में वे बोल रहे थे. इस अवसर पर माथाडी कामगार संघटना के संयुक्त महासचिव चंद्रकांत पाटिल, विधायक मनोज जामसुतकर, अन्नासाहेब पाटिल आर्थिक पिछड़ा विकास महामंडल के प्रबंध निदेशक श्रीधर दुबे सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
नरेंद्र पाटिल ने कहा कि माथाडी कामगार विधेयक को लेकर कई विधायक माथाडी कामगार के पक्ष में खड़े रहे. इसके लिए उनका आभार मानते हैं. मुंबई कृषि उत्पन्न बाजार समिति के स्थानांतरण के बाद सिडको के माध्यम से निम्न आय वर्ग के माथाडी कामगारों को मकान उपलब्ध कराए गए. माथाडी कामगारों की एक पीढ़ी गुजर चुकी है, और अब दूसरी पीढ़ी माथाडी काम कर रही है. परिवार विस्तार के कारण, माथाडी कामगारों ने अपने रहने के स्थान का विस्तार किया है. कई लोगों ने इसके लिए लाखों रुपए का कर्ज भी लिया है. वर्तमान में नवी मुंबई में पुनर्विकास की बयार बह रही है. ऐसे मौकों का फायदा उठाते हुए बिल्डरों ने मनपा अधिकारियों के साथ मिलकर मकान को अनधिकृत घोषित कर उन्हें नोटिस जारी करने की साजिश रची है. फिलहाल सैकड़ों घरों को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. हालाँकि जब डेढ़ एफ.एस.आई. से आगे निर्माण कार्य चल रहा था, तो मनपा अधिकारियों ने जानबूझकर इसकी अनदेखी की. इसलिए, अब हम उन अधिकारियों के घरों में घुसकर उन्हें मारेंगे जो बिल्डर लॉबी के प्रभाव में आकर मथाडी कामगारों के घरों को ध्वस्त करने की कोशिश कर रहे हैं. मथाडी कार्यकर्ता भाजपा के मतदाता हैं. बेलापुर और ऐरोली विधानसभा क्षेत्रों से वन मंत्री गणेश नाईक और मंदा म्हात्रे भाजपा के हैं. यह सही नहीं होगा कि कामगारों के घर उनकी आंखों के सामने गिराए जाएं. यद्यपि लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, लेकिन स्थानीय निकाय चुनाव भविष्य में होंगे. अब यदि हमारे (माथाडी श्रमिकों के) घर बचा लेंगे तो हम आपके साथ रहेंगे, ऐसा नरेंद्र पाटिल ने इस समय जोर देकर कहा. आर्थिक पिछड़ा विकास निगम की बदौलत अन्नासाहेब पाटिल एक मथाडी मजदूर उद्यमी बन गए हैं. महामंडल कहे तो उसमें भ्रस्टाचार आया, ऐसी स्थिति के बावजूद हमने महामंडल कक भ्रस्टाचार मुक्त किये है, ऐसा पाटिल ने कहा. सांसद संजीव नाईक ने कहा कि अन्नासाहेब पाटिल के विचारों के कारण मथाडी कामगार न केवल कामगार रहते हुवे, बल्कि राजनीतिक नेता के रूप में उभरे हैं. हम मथाडी कामगारों की समस्याओं को हल करने के लिए प्रयास जारी रखेंगे।