वित्तीय वर्ष 2024-25 में नवी मुंबई एंव पनवेल मनपा की रिकॉर्ड तोड़ प्रॉपर्टी टैक्स वसूली,
नवी मुंबई मनपा ने 800 करोड़ जबकि पनवेल मनपा ने 412 करोड़ रुपये का वसूला
नवी मुंबई। नवी मुंबई मनपा के प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने 800 करोड़ रुपये के टैक्स वूसली के लक्ष्य को हासिल किए है. वित्तीय वर्ष 2024-2025 के अंत में 29, 30 और 31 मार्च को गुड़ी पड़वा और ईद जैसे सरकारी अवकाश थे. हालांकि इन दिनों में भी प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सख्ती से काम किया और संपत्ति कर की वसूली को प्राथमिकता देकर वसूली लक्ष्य हासिल करने के लिए अथक प्रयास किए. जिसके कारण नवी मुंबई मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. कैलाश शिंदे ने प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा किये है. अब नवी मुंबई मनपा ने अगले वित्तीय वर्ष 2025-2026 में 1200 करोड़ रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स वसूली का लक्ष्य रखा है. डॉ. कैलाश शिंदे ने विश्वास जताया है कि नवी मुंबई मनपा योजनाबद्ध कदम उठाकर नए वित्तीय वर्ष में संपत्ति कर वसूली का लक्ष्य अवश्य हासिल करेगी।
छुट्टी के दिन भी लगे रहे वसूली में
पनवेल मनपा की प्रॉपर्टी टैक्स विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड तोड़ 412 करोड़ टैक्स वसूल की हैं. आयुक्त एवं प्रशासक मंगेश चितले के मार्गदर्शन में प्रॉपर्टी टैक्स विभाग ने पिछले वर्ष योजनाबद्ध दृष्टिकोण अपनाकर वसुली का रिकॉर्ड तोड़ी है. पिछले महीने भर से प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के उपायुक्त और कर अधीक्षक के नेतृत्व में चारों प्रभागों के कर्मचारियों ने नागरिकों को संपत्तिकर का भुगतान करने में सक्षम बनाने के लिए मार्च के अंत तक बिना कोई छुट्टी लिए शनिवार और रविवार को भी अपने कार्यालय खुले रखे. मनपा को होने वाले वित्तीय घाटे को रोकने के लिए मनपा ने वाणिज्यिक संपत्ति कर धारकों से सीधे वसूली की कार्रवाई शुरू की. मनपा ने इस वसूली के लिए 13 टीमें गठित की थीं. वार्ड अधिकारियों के नेतृत्व में ये टीमें वसूली के लिए सभी वार्डों में जा रही थीं. उल्लेखनीय है की विकास कार्यों के लिए मनपा का प्रॉपर्टी टैक्स राजस्व का एक महत्वपूर्ण स्रोत है. जिसके कारण मनपा में समय-समय पर सावधानीपूर्वक कदम उठाई हैं. पनवेल मनपा को वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए पिछले कुछ दिनों से मनपा ने सिडको हस्तांतरित क्षेत्र, पनवेल औद्योगिक एस्टेट, मार्बल मार्केट, जवाहर औद्योगिक एस्टेट, तलोजा औद्योगिक एस्टेट जैसे क्षेत्रों में वाणिज्यिक और औद्योगिक संपत्ति कर धारकों से वसूली के लिए कार्रवाई तेज की. इस दौरान मनपा ने उन बकाएदारों को वारंट नोटिस जारी करना शुरू कर दिया, जिन्हें जब्ती नोटिस जारी किए गए थे, तथा अब जब्ती अभियान भी शुरू कर दिया है. परिणामस्वरूप संपत्ति कर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
10 दिन पहले ही टूटा पिछले साल का रिकॉर्ड
मार्च में मनपा के खजाने में प्रतिदिन एक करोड़ से पांच करोड़ रुपए तक का प्रॉपर्टी टैक्स जमा हुआ. 19 मार्च को मानल ने पिछले वर्ष का रिकार्ड तोड़ते हुए रिकार्ड वसूली की. पिछले वर्ष 31 मार्च तक कुल 360 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था. यह रिकार्ड इस वर्ष 10 दिन पहले टूट गया।