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वो एक्टर जिसने अपनी कॉमेडी और गंभीर रोल्स से जीता लोगों का दिल

19 दिसंबर 1919 को पाकिस्तान के लाहौर में जन्मे ओमप्रकाश बीते दौर के सबसे बेहतरीन कैरेक्टर एक्टर्स में शुमार हैं. उन्होंने अपने करियर में कई स्टार्स के साथ काम किया. एक दौर तो ऐसा था जब लोग हीरो के साथ ही साथ उन्हें भी स्क्रीन पर देखना काफी पसंद करते थे. ओम का पूरा नाम ओम प्रकाश छिब्बर है. उन्होंने बचपन में कभी किसी चीज की दिक्कत नहीं थी. लाहौर और जम्मू में उनकी बहुत जमीनें थीं. उनके लिए पैसा कभी मसला नहीं रहा. स्कूल में एक स्तर के बाद मन नहीं लगा तो उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी.

1933 में वे एक्टर बनने के लिए वे मुंबई आ गए थे. वहां सरोज फिल्म कंपनी में तीस रुपये महीना में काम करने लगे. फिल्मों में सफलता मिलते ना देख उन्होंने साल 1937 में ऑल इंडिया रेडियो जॉइन किया था. वे रेडियो पर फतेह दिन नाम की पर्सनैलिटी के तौर पर अपने प्रोग्राम पंजाब में सुनाया करते थे. जिससे उन्होंने काफी लोकप्रियता हासिल की थी. बलदेव राज चोपड़ा जब एक फिल्म जर्नलिस्ट की तरह काम कर रहे थे तो उन्होंने उन्हें नोटिस किया था. उन्होंने प्रकाश को एक्टिंग को गंभीरता से लेने के लिए कहा था.

ओम प्रकाश के करियर की पहली फिल्म साल 1950 में आई ‘दासी’ थी. हालांकि 'नमक हलाल' फिल्म में ओमप्रकाश के किरदार को सबसे यादगार माना जाता है. प्रकाश मेहरा के निर्देशन में बनी और 1982 में रिलीज हुई नमक हलाल फिल्म में ओमप्रकाश ने अमिताभ बच्चन के दादा दशरथ सिंह रोल अदा कर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया था. दर्शक उनके कॉमेडी रोल्स के साथ ही साथ त्रासदी भरे रोल्स को भी काफी पसंद करते थे.

वे प्रकाश मेहरा के प्रोडक्शन और डायरेक्शन में बनी 'लावारिस' फिल्म में एक बार फिर महानायक अमिताभ बच्चन के अपोजिट नजर आए और फिल्म सुपरहिट साबित हुई. इस फिल्म में ओम प्रकाश ने डॉ. गोयल का किरदार निभाया था. इसके अलावा हावड़ा ब्रिज, रोटी, पिया जाने जैसी कई फिल्मों में उन्होंने महत्वपूर्ण रोल्स निभाए 21 फरवरी 1998 को 78 साल की उम्र में ओम प्रकाश दुनिया से विदा हो गए. 



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