नागपुर, अवनि (T1) बाघिन के 2 नवंबर को गोली मारे जाने की घटना के ठीक 14 दिन बाद वन विभाग के निगरानी दल को गुरुवार की तड़के विहिर गांव के पास उसके दो शावक दिखाई दिए। बाद में इन्हें अंजि बांध के पास भी देखा गया। जिस तरह से अवनि को उसके मूत्र और केल्विन क्लेन परफ्यूम की मदद से खोजा गया था, उसी तरह भटक रहे इन दोनों शावकों को बाघिन अवनि की आवाज प्रसारित कर आकर्षित किया गया। अवनि की आवाज वॉइस रिकॉर्डर में एक साल पहले टेप की गई थी, जब वह अपने अपने बच्चों को बुला रही थी। विहिर गांव के जंगल में हर दो किमी. पर उसी आवाज को दोबारा प्रसारित किया गया, जिसे सुन कर शावक मां को खोजते हुए चले आए। यह तरकीब शावकों को खोजने में काम आ गई। प्रमुख वन अधिकारी के मुताबिक, इन शावकों को अब जंगल में शिकार करना सिखाया जाएगा। इसके बाद इन्हें पेंच टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया जाएगा।