मुंबई : मुंबई पुलिस कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लाॅकडाउन को पूरी तरह प्रभावी करने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है. पुलिस को घरों से बाहर निकलने वालों के हमले का भी सामना करना पड़ रहा है. शहर के हर ठिकाने पर पुलिस मौजूद रहे, यह संभव नहीं है. अब पुलिस की मदद अत्याधुनिक ड्रोन कैमरे करेंगे. पुलिस लाॅकडाउन का अधिक उल्लंघन होने वाले इलाके की ड्रोन कैमरे से नजर रखेगी.
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि सायन कोलीवाडा, धारावी, भेंडीबाजार समेत शहर के कई इलाके में अधिक भीड़ होती है. लोग लाॅकडाउन का उल्लंघन करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं कर रहे है. पुलिस को ड्रोन कैमरे से सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने में मदद मिलेगी. सायन कोलीवाडा में पुलिस को मिलने वाले ड्रोन कैमरे का रिहर्सल किया गया. इस दौरान गृहमंत्री अनिल देशमुख, संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) विनय कुमार चौबे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुनिल कोल्हे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विरेश प्रभु, पुलिस उपायुक्त प्रणय अशोक और परिमंडल-5 पुलिस उपायुक्त नियती ठाकरे मौजूद थी.
भारत में 671 लोगों की सुरक्ष में औसतन एक पुलिसकर्मी तैनात है. जबकि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गुजरात का यह आकड़ा 950 लोगों पर एक पुलिसकर्मी का है. ऐसे में पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किस तरह से तनाव से गुजरना पड़ रहा है. इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. पुलिस को अत्याधुनिक ड्रोन जैसी तकनीक के इस्तेमाल से काफी हद तक मदद मिलेगी.