नाला सफाई का आयुक्त ने लिया जायजा,
31 मई से पहले सफाई कार्य पूरा करने का निर्देश
पनवेल। मौसम विभाग ने इस साल भारी बारिश की संभावना जताई है. इस पृष्ठभूमि में आयुक्त डॉ. प्रशांत रसाल ने हाल ही में मानसून से पहले पनवेल मनपा के सभी चार वार्डों में नालों की सफाई का निरीक्षण किया. इस अवसर पर स्वच्छता एवं घन कचरा विभाग के उपायुक्त डॉ. वैभव विधाते, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
मनपा क्षेत्र में करीब 255 किलोमीटर के 1 हजार 127 छोटे नाले हैं. इसके साथ ही 60 किमी में 105 बड़े नाले हैं. प्री-मानसून बारिश जून की शुरुआत में हो रही है, इसलिए उससे पहले सभी नाली सफाई कार्यों को पूरा करने के लिए आयुक्त ने तलोजा के मन्नान कॉलोनी, खारघर में कोपरा ब्रिज, बेलपाड़ा, कामोठे के नौपाड़ा, न्यू पनवेल के बालभारती के पीछे के नाले का निरीक्षण किया. इस दौरान आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को 31 मई से पहले सभी नालों की सफाई का काम पूरा करने का निर्देश दिया. मनपा स्वास्थ्य विभाग ने चारों वार्डों में यांत्रिक विधि से नालों की सफाई शुरू कर दी है और करीब 30-40 फीसदी काम पूरा होने आया है. नाला सफाई के साथ-साथ शहर में छोटे-बड़े नालों की सफाई का काम भी जोर-शोर से चल रहा है. आयुक्त ने इस निरीक्षण के दौरान नाले से निकाली गयी कीचड़ का समुचित निस्तारण करना आवश्यक बताया तथा शेष नाला सफाई कार्य में तेजी लाने का निर्देश संबंधित विभाग को दिया।
'नाला मैपिंग' प्रणाली शुरू
इस वर्ष आयुक्त डॉ. प्रशांत रसाल के मार्गदर्शन में मनपा ने नाली सफाई के लिए गूगल अर्थ की मदद से अत्याधुनिक 'नाला मैपिंग' प्रणाली शुरू की है. इस व्यवस्था के तहत मनपा के चारों वार्डों के बड़े नालों को विशिष्ट नंबर दिए गए हैं. नालों की सफाई होते ही इस सिस्टम के जरिए नाले की सफाई की जानकारी अपडेट हो जाएगी. निर्माणाधीन नालियों के लिए पीला रंग, पूर्ण हो चुकी नालियों के लिए नीला या हरा रंग तथा अधूरी नालियों के लिए लाल रंग का प्रयोग किया गया है. ऐसे में इस सिस्टम से जल निकासी कार्यों की समीक्षा संभव हो सकेगी. आयुक्त ने अगले साल से सभी छोटे नालों के लिए भी यही सिस्टम उपयोग करने के निर्देश दिये हैं. चारों वार्डों में छोटे-बड़े नालों की सफाई के लिए कुल 867 मनुष्यबल, 9 जेसीबी, 6 पोकलेन, 12 टिपर का उपयोग किया जा रहा है।