मानसून के महामारी-कीट जनित रोगों से बचने के लिए सावधानी बरतें- आयुक्त
निर्देश का पालन ना करने पर सख्त कार्यवाई की चेतावनी
पनवेल। बरसात के मौसम में विभिन्न प्रकार के कीट जनित सहित संक्रामक रोग होने की भी संभावना अधिक रहती है. जिसके कारण नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील आयुक्त मंगेश चितले ने की है. इसी पृष्ठभूमि पर सावधानी बरतने के लिए मनपा की ओर से घनकचरा-स्वास्थ्य एवं चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से निर्माण स्थलों, कबाड़ी दुकानदारों, नारियल विक्रेताओं, नर्सरी व्यापारियों सहित सोसायटियों को नोटिस देना सुरु किया गया हैं. जिसके मुताबिक मनपा ने अब तक लगभग 398 निर्माण स्थलों और 3 हजार 264 सोसायटियों को नोटिस जारी की है. इसके अलावा निर्देश का पालन नही करने एंव संबंधित बीमारी फैलाने वाले मच्छरों के अंडे पाए जाने पर मनपा द्वारा दंडात्मक कार्यवाई किया जाएगा ऐसे सख्त चेतावनी आयुक्त ने दिया है।
निर्माण स्थलों, कबाड़ी, नारियल विक्रेताओं, नर्सरी व्यापारियों, सोसायटियों को मनपा की नोटिस
मॉनसून के दौरान जमा पानी में मच्छर पनपते हैं, जो डेंगू, मलेरिया और अन्य कीट-जनित बीमारियों का कारण बन सकते हैं. इसलिए निर्माण स्थल मालिकों को उन इलाको में कहीं पानी जमा न हो इस बात का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही सप्ताह में एक बार सेटिंग प्लेट में ऑइल डालें. वंहा मच्छर न पनपें इसका ध्यान रखे और प्रशासन को सहयोग करने करने की अपील मनपा द्वारा किया गया है. इसके साथ ही नारियल विक्रेताओं को भी उनके पास के खाली नारियल आदि आसपास में पानी जमा न होने पाए ऐसी सावधानी बरतने के साथ ही नर्सरी वालों को उनकी नर्सरी के बाहर गमलों, मटके आदि में पानी जमा न हो, इसी तरह टायर बेचने वाले पुराने टायर, कबाड़ बेचने वाले भी खाली डिब्बे, ड्रम, प्लास्टिक के सामान, कांच की बोतलें आदि में पानी जमा न होने दे एंव जंहा से मच्छर पनपते है उस स्थान का निपटारा करने का निर्देश मनपा द्वारा दिये गए नोटिस के माध्यम से दिया गया हैं. मनपा सीमा के भीतर सभी सोसायटियों को उनके परिसर, छतों पर या घर में रखे विभिन्न वस्तुओं में बीच पानी जमा होता है, पानी जमा ना हो एंव वंहा मच्छर पनप ना सके इस बात की सावधान बरतने के लिए नोटिस जारी किया जा रहा है।
इस बात का रखे ध्यान
नागरिकों को घर में पानी स्टॉक करने के लिए उपयोग की जाने वाली पानी की टंकियों में मच्छरदानी लगाए, पानी के ड्रमों को सप्ताह में एक बार सुखाया जाए ताकि ऐसी सामग्रियों में मच्छर पैदा न हों और मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से बचा जा सके, ऐसी सूचना मनपा ने दी है।