दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा के मामले में क्राइम ब्रांच ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों पर सीलमपुर हिंसा में शामिल होने का आरोप है. आरोपियों में से एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश है. दोनों की गिरफ्तारी वीडियो फुटेज के आधार पर हुई है. फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है.
दिल्ली पुलिस ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनके नाम शेहजाद और नूर मोहम्मद है. आरोपियों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई है. जहां शेहजाद की उम्र 23 वर्ष है, वहीं नूर मोहम्मद महज 19 वर्ष का है. शेहजाद को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, साथ ही नूर मोहम्मद की गिरफ्तारी आज हुई है. शेहजाद पुलिस रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर है. नूर मोहम्मद का कोई भी आपराधिक इतिहास नहीं है. वह यहीं का स्थानीय निवासी है. दंगों की तस्वीरों और वीडियो को उसने खुद भी रेकॉर्ड किया. पुलिस ने उसके कब्जे से मोबाइल भी बरामद किया है . दोनों वीडियो में पत्थरबाजी करते नजर आ रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज में पुलिस का दावा है कि दोनों साफ दिख रहे हैं. पुलिस उनसे इस मामले में और पूछताछ कर रही है. दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान सीलमपुर इलाके में भड़की हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की पड़ताल में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक सीलमपुर में हुई हिंसा भारत में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी मुस्लिमों ने भड़काई थी.
दिल्ली पुलिस की एसआईटी को दंगों के जांच के दौरान पता चला है कि सीमापुरी दंगों में आपराधिक रिकॉर्ड वाले 15 बांग्लादेशी शामिल थे. टीम अब विरोध प्रदर्शन की फंडिंग का पता लगाने की कोशिश कर रही है क्योंकि इस बात की भी गुंजाइश है कि इसमें विदेशी संलिप्तता भी निकल कर सामने आए.