...नही तो पानी की किल्लत का करना पड़ सकता है सामना
नवी मुंबई। बढ़ते तापमान के कारण राज्य के कई गांवों में पानी की भारी कमी हो रही है. राज्य के अधिकांश डैमो ने निचले स्तर तक पहुंचने के कारण कई स्थानों पर टैंकरों से पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है. मुंबई और ठाणे मनपा क्षेत्रों में पानी में कटौती का फैसला लिया गया है. उष्णता के कारण नवी मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले मोरबे डैम में भी पानी का भंडारण कम हो गया है. अगर यही स्थिति रही और बारिश में देरी हुई तो शहरवासियों को जल संकट का सामना करना पड़ सकता है.
पिछले साल संतोषजनक बारिश के कारण मोरबे डैम सितंबर के अंत तक पूरी तरह भर गया था. जिसके कारण नवी मुंबई मनपा के जल आपूर्ति विभाग ने भविष्यवाणी की थी कि अगस्त तक पानी का भंडारण पर्याप्त होगा. लेकिन बढ़ते तापमान के कारण डैम का स्टॉक तेजी से कम हो रहा है, फिलहाल डैम में 31.62 प्रतिशत स्टॉक बचा है और अनुमान है कि यह अगले 62 दिनों के लिए पर्याप्त होगा. लेकिन अगर जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश के आगमन में देरी हुई, तो नवी मुंबई के लोगों को पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है। इसके चलते मनपा की ओर से अपील की गई है कि अब से पानी का कम से कम इस्तेमाल करें।
मोरबे डैम पिछले साल सितंबर में अपनी पूरी क्षमता से भर गया था, लेकिन फिर भी नवी मुंबई के कुछ हिस्से पानी की कमी के संकट से जूझ रहे थे. इसके चलते नागरिकों ने आक्रोश जताया और मनपा के खिलाफ मार्च निकाला. नवी मुंबई मनपा ने मोरबे में साल भर पानी का भंडारण सुनिश्चित करने के लिए मानसून के बाद वार्ड के हिसाब से एक दिन की कटौती करने का फैसला किया है. पानी बचाने के लिए पार्कों, डिवाइडरों में लगे पेड़ों और सार्वजनिक शौचालयों में सीवेज के पानी का उपचार प्रायोगिक तौर पर किया जा रहा है। शुरुआत में प्रशासन ने कहा था कि अगस्त तक मोरबे डैम में भंडारण पर्याप्त होगा, लेकिन अब भीषण गर्मी के कारण जलस्तर कम होने से डैम में सिर्फ 31.62 फीसदी ही भंडारण बचा है. जो कि 25 जुलाई तक ही पर्याप्त पानी बचा है. इसलिए नवी मुंबईकरों को पानी की कमी का संकट झेलना पड़ सकता है। इसलिए मनपा ने पानी का संयम से उपयोग करने की अपील कर रहा है।