इस साल भी पांडवकड़ा झरना पर्यटकों के लिए रहेगा बंद
नवी मुंबई। नवी मुंबई एंव पनवेल जैसे सीमेंट के जंगल में खारघर शहर में प्राकृतिक पांडवकड़ा झरना हमेशा पर्यटकों को आकर्षित करता है. मुंबई, उपनगर, कल्याण, ठाणे और रायगढ़ जिलों के पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हो चुके इस झरने पर सुरक्षा कारणों से वन विभाग ने इस साल भी प्रतिबंध लगा दिया है।
हर साल हजारों पर्यटक खारघर के पांडवकड़ा झरने पर आते हैं. लेकिन अति उत्साह एंव लापरवाही के कारण कई बार यहां दुर्घटनाएं हो जाती हैं एंव कई लोगों की जान भी चली गई है. इसीलिए वन विभाग ने यहां पर्यटकों के आने पर रोक लगा दी है. इस साल भी, पर्यटकों को पांडवकड़ा झरने में प्रवेश से मनाई कर दिया गया है. वन विभाग के इस फैसले पर कई पर्यावरणप्रेमियों ने नाराजगी जताई है. जब पांडवकड़ा झरना नवी मुंबई में आकर्षण का केंद्र है, तो इसमें प्रवेश से मनाई करना गलत है, ऐसा राय व्यक्त किया जा रहा है. पांडवकड़ा झरने को अभी तक पर्यटक क्षेत्र का दर्जा नहीं मिल पाया है, सवाल यह है कि वन विभाग द्वारा पर्यटकों के लिए रास्ता बंद करने के बाद यहां के पर्यटन क्षेत्र को कैसे बढ़ावा मिलेगा. पर्यटकों की जान खतरे में न पड़े इसलिए हमने यह कदम उठाया है. यहां बंदोबस्त के लिए पुलिस को भी पत्र लिखेंगे, ऐसी जानकारी वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी देवीदास सोनावणे ने दिया है।
यहां भी प्रतिबंध
गाढ़ेश्वर डैम, गाढ़ी नदी के पास के झरने पर भी प्रतिबंधित रहेगा. इन जगहों पर हर साल पुलिस का कड़ा बंदोबस्त रहता है।
कर्नाला अभयारण्य में कर सकते हैं प्रकृति पर्यटन
पर्यटकों की सुरक्षा के लिए शहर के महत्वपूर्ण स्थानों पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन पर्यटक कर्नाला अभयारण्य जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में प्रकृति पर्यटन का आनंद उठा सकते हैं।