हिंदू हिंसक होते तो राहुल गांधी हिंदू विरोधी टिपण्णी करने की हिम्मत नहीं करते-सुरेशसिंग राणा
नवी मुंबई। अगर हिंदू हिंसक होते, तो राहुल गांधी "हिंदू हिंसक हैं" यह कहने की हिम्मत नहीं किये होते, ऐसा कोंकण प्रांत धर्म जागरण सह-संयोजक सुरेश सिंह राणा ने तुर्भे में कहा. लोकसभा में सांसद राहुल गांधी की हिंदू विरोधी टिप्पणी के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सहयोग से तुर्भे नाका और सानपाड़ा मोराज चौक पर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान वे बोल रहे थे. इस दौरान विश्व हिंदू परिषद नवी मुंबई जिल्हा संयुक्त मंत्री स्वरूप पाटील, भाजप जिल्हा सचिव सुरेश गायकवाड , सुमित गायकवाड, दीपक काटे, सतीश निकम, संजीव नंबियार, आनंद राणे, वसंत आहिरे, प्रकाश शिंदे सहित बड़ी संख्या में हिंदुत्ववादी संघटनांओं के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सुरेश राणा ने कहा कि हिंदुओं को हिंसक कहने वाले राहुल गांधी पहले सिखों का हत्याकांड किसने किया इसका स्पष्टीकरण दें. कांग्रेस हमेशा विशेष पंथों का तुष्टिकरण कर रही है. कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री देश के संसाधनों पर सबसे पहले मुसलमानों का अधिकार होने का कहते है. अगर राहुल गांधी ने किसी दूसरे धर्म के बारे में ऐसा कहा होता तो अब तक उन्हें "सर तन से जुदा" की धमकियां मिल चुकी होतीं. लेकिन हिंदू कोई प्रतिक्रिया नहीं देता. के पता होने के कारण राहुल गांधी हिंदुओं के बारे में कुछ भी बोल रहे हैं, ऐसी आलोचना राणा ने किया।