मानसून आते ही ग्रामीणों में सांपो का डर
सांप के काटने के 68 मरीजों का किया गया इलाज
पनवेल। वर्ष 2024-25 के दौरान उरण तालुका के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और इंदिरा ग्रामीण अस्पताल में सांपों द्वारा काटे गए 68 लोगों का इलाज किये जाने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया गया है. इनमें से 16 का इलाज कोप्रोली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया, जबकि 42 लोगों का इलाज उरण ग्रामीण अस्पताल में किया गया. जबकि स्वास्थ्य केंद्र के मुताबिक सांस लेने में तकलीफ वाले तीन मरीजों को आगे के इलाज के लिए नवी मुंबई महानगरपालिका के वाशी अस्पताल में भेजा गया।
मानसून के आते ही सांप बिलों से बाहर निकलकर इंसानी बस्तियों में रहने लगते हैं. अब खेती का मौसम शुरू हो गया है, तो सांपों के काटने की घटनाएं बढ़ रही हैं. उरण का पूर्वी हिस्सा ग्रामीण है. इस इलाके में बड़े पैमाने पर खेती होती है. इसलिए इस इलाके में सांप काटने की घटनाएं अधिक हो रही हैं. कोप्रोली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की कमी और 24 घंटे डॉक्टर न होने की वजह से मरीजों को सेवाएं नहीं मिल पाती हैं और खून की जांच केंद्र न होने की वजह से मरीजों को बिना समय गंवाए उरण शहर के इंदिरा गांधी ग्रामीण अस्पताल या नवी मुंबई महानगरपालिका के वाशी अस्पताल में ले जाना पड़ता है. इसीमे सुविधाओं के अभाव में अगर सांप काटे व्यक्ति को समय पर इलाज नहीं मिला, तो उसकी जान चली जाएगी, ऐसी डर नागरिको में सता रही है।
सुविधाओं की कमी के कारण मरीजों को आना पड़ता है नवी मुंबई
ग्रामीण इलाकों में सुविधाओं की कमी के कारण कुछ मरीजों को शहरी क्षेत्र के विशेषज्ञ डॉक्टर, दवाई स्टोर, रक्त परीक्षण केंद्र जैसी सभी सुविधाओं वाले अस्पतालों में भेजा जाता हैं. अगर किसी मरीज के शरीर में जहर की मात्रा अधिक है और उसे ऑक्सीजन की जरूरत है, तो मरीज को इलाज के लिए नवी मुंबई महानगरपालिका के वाशी स्थित अस्पताल में भेजा जाता है. उरण अस्पताल में मुख्य रूप से वेंटिलेटर की जरूरत होती है. इसलिए इस अस्पताल में इलाज मिलने में दिक्कतें आती हैं, जिसके कारण उरण में सांप के काटने के 30 से 40 प्रतिशत मरीज वाशी स्थित एनएमएमसी अस्पताल में इलाज कराते हैं।