सनातन संस्था के रजत महोत्सव के अवसर पर पुणे में 21 अप्रैल को 'सनातन गौरव दिंडी' का आयोजन !
50 से अधिक धार्मिक संगठनों एवं सम्प्रदाय सहभागी होगें !
पुणे - सनातन संस्था की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संस्था द्वारा रजत महोत्सव का आयोजन किया गया है. इस रजत महोत्सव के अवसर पर सनातन संस्था द्वारा पुणे में 21 अप्रैल को शाम 5 बजे महाराणा प्रताप उद्यान से स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मारक डेक्कन तक एक भव्य 'सनातन गौरव दिंडी' का आयोजन किया गया है. इस गौरव दिंडी में 50 से अधिक धार्मिक संगठनों और संप्रदाय सहभाग लेंगे, ऐसा सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस द्वारा संवाददाता सम्मेलन में कहा. वह पत्रकार भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. सनातन संस्था के चैतन्य तागड़े, हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्य संगठक सुनील घनवट एवं अधिवक्ता मंगेश जेजुरीकर उपस्थित थे।
इस दौरान चेतन राजहंस जी ने आवाहन किया की, सभी हिंदुओं को इस सनातन गौरव दिंडी में जाति, दल, संप्रदाय को भूलकर एक सनातन धर्म प्रेमी हिंदू के रूप में बड़ी संख्या में भाग लेना चाहिए और साथ ही दिंडी में भाग लेने वाले संगठनों को भी अपने-अपने बैनर, दस्ते और पथसंचलन के माध्यम से स्वस्फूर्ती से भाग लेना चाहिए ।
सनातन गौरव दिंडी पैदल प्रारंभ की जाएगी और महाराणा प्रताप उद्यान (भीकरदास मारुति मंदिर चौक, बाजीराव रोड) से प्रारंभ होकर बाजीराव रोड, लक्ष्मी रोड, अलका टॉकीज चौक होते हुए स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मारक, डेक्कन पर समाप्त होगी. 'सनातन गौरव दिंडी' में भगवा ध्वज, पारंपरिक वेशभूषा, विभिन्न मंडलियां, विभिन्न देवताओं की पालकियां होंगी।
इस समय 'सनातन गौरव दिंडी' का उद्देश्य बताते हुए चेतन राजहंस ने कहा, ''सनातन संस्था की स्थापना वर्ष 1999 में हुई थी और तब से संस्था लगातार सनातन धर्म और हिंदू एकता को बढ़ावा देने का काम कर रही है. सनातन संस्था श्रद्धासंवर्धन आंदोलन में एक अग्रणी संगठन है, जो समाज को आध्यात्मिक सेवा प्रदान करता है. संगठन की ओर से समाज के विभिन्न वर्गों के लिए मानसिक तनाव नियंत्रण कार्यशालाएं, स्कूलों में आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी, नैतिक मूल्यों पर व्याख्यान, समाज के लिए नशा मुक्ति पर प्रवचन, मुफ्त स्वास्थ्य शिविर, मंदिर की स्वच्छता आदि जैसी सामाजिक गतिविधियाँ भी आयोजित की जाती हैं. ये सारे कार्य दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा हैं और लोगों का सहभाग भी बढ़ती जा रही है. साथ ही, सनातन संस्था ने वैश्विक कल्याण के लिए हिंदू राष्ट्र के बारे में व्यापक जागरूकता निर्माण की है ।