सनातन संस्था द्वारा देशभर में 75 स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ भावपूर्ण वातावरण में संपन्न
'साधना' रामराज्य में प्रवेश पाने का ‘लाइसेंस’ है - डॉ. उदय धुरी, प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
पनवेल। समय के अनुसार रामराज्य अवश्य आएगा. जैसे ‘सूर्योदय’ को कोई रोक नहीं सकता, वैसे ही ‘रामराज्यरूपी हिंदू राष्ट्र की स्थापना’ को कोई भी नहीं रोक सकता. ‘रामराज्यरूपी हिंदू राष्ट्र की स्थापना होगी’, यह पत्थर की लकीर है. हमें रामराज्य के साक्षी नहीं, बल्कि सहयोगी बनना है. हमें भी रामराज्य में रहने के लिए साधना करके धर्माचरणी बनना चाहिए. आज की भाषा में कहें तो ‘साधना’ रामराज्य में प्रवेश पाने का ‘लाइसेंस’ है. सर्वोच्च और स्थायी आनंद केवल साधना से ही प्राप्त होता है. हमें भगवान की प्राप्ति की इच्छा हो या न हो, एक अच्छा और संतुष्ट जीवन जीने के लिए भी साधना करना महत्वपूर्ण है. इसलिए गुरुपूर्णिमा के अवसर पर साधना करने और उसे बढ़ाने का संकल्प करें। ऐसा हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता डॉ. उदय धुरी ने ‘आनंद प्राप्ति और रामराज्य की स्थापना के लिए साधना’ विषय पर मार्गदर्शन करते हुए किया. वे सनातन संस्था द्वारा आयोजित गुरुपूर्णिमा महोत्सव में बोल रहे थे. सनातन संस्था द्वारा मुंबई सहित नवी मुंबई, पनवेल के खारघर समेत देशभर में कुल 75 स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ भावपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।
सनातन संस्था की प्रवक्ता नयना भगत ने बताया कि गुरुपूर्णिमा महोत्सव में मार्गदर्शन करते हुए सर्वाेच्च और मुंबई उच्च न्यायालय के अधिवक्ता घनश्याम उपाध्याय ने कह 'हिंदू निद्रिस्त रहेंगे तो भारत का इस्लामिकरण होने में विलंब नही लगेगा. हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करने हेतु हिन्दुओ को जागृत करने की आवश्यकता है. सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले जैसे तेजस्वी संत अभी तक मैने देखे नही. समस्त हिंदू उनके मार्गदर्शन के अनुसार हिन्दू राष्ट्रके स्थापना के लिए कार्यरत हो. ' महोत्सव की शुरुआत व्यासपूजा और प.पू. भक्तराज महाराज की प्रतिमा पूजा से हुई. विभिन्न स्थानों पर हुए गुरुपूर्णिमा महोत्सव में विभिन्न मान्यवरों के साथ बड़ी संख्या में जिज्ञासु उपस्थित थे. इन महोत्सवों में धर्म, अध्यात्म, साधना, बालसंस्कार, आचारधर्म, आयुर्वेद, प्राथमिक उपचार, स्वसंरक्षण, हिंदू राष्ट्र आदि विभिन्न विषयों पर ग्रंथप्रदर्शन, साथ ही राष्ट्र-धर्म विषयक फलकप्रदर्शन भी लगाए गए. गुरुपूर्णिमा महोत्सव में ‘स्वसंरक्षण प्रात्यक्षिक’ भी दिखाए गए. देश-विदेश के भक्तों को गुरुपूर्णिमा का लाभ मिल सके इसके लिए सनातन संस्था द्वारा मराठी, हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, तमिल, मलयालम इन 6 भाषाओं में ऑनलाइन गुरुपूर्णिमा महोत्सव भी संपन्न हुआ. इस माध्यम से देश-विदेश के भक्तों ने ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ का लाभ लिया।