पाकिस्तान को उसके ही तरीके से जवाब देने की जरूरत- मेजर जनरल जी. डी. बक्शी
नवी मुंबई। अब गांधीवाद बहुत हो गया, एक गाल पर मारे तो दूसरा गाल आगे न कर पाकिस्तान को गांधीवाद से नहीं, बल्कि जैसे को तैसा जवाब देने का समय आ गया है, ऐसा मेजर जनरल जी.डी. बक्शी ने वाशी में कहा. वह जम्मू कश्मीर डोगरा समाज ट्रस्ट द्वारा आयोजित कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस अवसर पर कर्नल अमरजीत सिंह वधावन, विधायक गणेश नाईक, नवी मुंबई भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप नाईक, जम्मू कश्मीर डोगरा समाज ट्रस्ट के अध्यक्ष कृष्णा पंडित, निधि डोगरा और अन्य गणमान्य लोग मंच पर उपस्थित थे।
मेजर जनरल जी. डी. बक्शी ने आगे कहा कि यह वीर छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि है. मुगलों का मुकाबला अंग्रेजों ने नहीं, बल्कि अपने पराक्रमी छत्रपति शिवाजी महाराज सहित अन्य राजाओं ने लड़ाई लड़ उन्हें भगाया था. यह देश पराक्रमी योद्धाओं का है. 1971 के युद्ध में हमने 13 दिन में पाकिस्तान का 2 टुकड़ा किया. वही अब हमें फिर से आंखें दिखा रहा है.' हमें सदैव अहिंसा परमो धर्म: । ऐसा कहा जाता है. लेकिन यह अपूर्ण वचन है और पूरा वचन अहिंसा परमो धर्म: धर्म हिंसा तथैवच। ऐसा है. यह नहीं बताया जाता है. यह बताना चाहिए. बच्चों को लड़ना सिखाएं. उरी पुलवामा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कदम उठाया, वही कदम उठाने की जरूरत है. पाकिस्तान शांति की भाषा नहीं समझता. पिछले 75 साल से सहन करते आया है.' अब सही मौका आया है. पाकिस्तान का 4 टुकड़ा करे, ऐसी अपील बक्शी ने किया. कृष्णा पंडित ने कहा कि हमें गर्व है कि हम डोगरा हैं. वर्तमान पीढ़ी को कारगिल विजय दिवस क्या है,यह समझाने के लिए कि यह कार्यक्रम हर साल मनाया जाता है.विधायक गणेश नाईक ने कहा कि सेना में डोगरा समाज का योगदान अहम है. कारगिल में जवानों ने विकट परिस्थितियों में लड़ाई लड़ी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह देश मजबूत बनेगा. मोदी ने कश्मीर को लेकर यह स्पष्ट कर सराहनीय फैसला लिया है कि एक ही देश में दो कानून नहीं चलेंगे. कर्नल अमरजीत सिंह वधावन ने कहा कि हमारी चौथी पीढ़ी सेना में है. सेना में भर्ती होने के लिए आपको बचपन से ही अच्छे संस्कार रखने होंगे।