सरकार वक्फ में बदलाव कर मुस्लिम समुदाय की जमीनों का बंटवारा करना है. -अबू असिम आजमी
बदलाव के लिए सच्चर कमेटी नाम लिया गया, लेकिन उस कमेटी द्वारा सुझाई गई सिफ़ारिशों को लागू क्यों नहीं किया गया? -अबू आज़मी
मुंबई। वक्फ बोर्ड में किए जा रहे बदलावों के बारे में बात करते हुए समाजवादी पार्टी के मुंबई/महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने कहा कि वक्फ बोर्ड की जमीनें मुस्लिम समुदाय की हैं और उन जमीनों का इस्तेमाल मस्जिदों, मदरसों, दरगाहों, स्कूलों, अनाथालयों के लिए किया जाता है. सरकार वक्फ में बदलाव कर मुस्लिम समुदाय की जमीनों का बंटवारा करना है.
सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए बदलाव की बात कह रही है और सच्चर कमेटी के आधार पर लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि आज भी महिलाएं वक्फ बोर्ड में काम कर रही हैं, श्रीमती फौजिया खान वक्फ बोर्ड की सदस्य हैं और वह वहां भी काम कर रही हैं सच्चर कमेटी ने 10% आरक्षण की सिफारिश की है मुस्लिम समुदाय के लिए और अन्य सिफ़ारिशों को लागू करने के लिए कहा गया था, लेकिन सच्चर कमेटी द्वारा सुझाई गई सिफ़ारिशों को लागू क्यों नहीं किया गया?
आगे बोलते हुए अबू आजमी ने कहा कि मौजूदा सरकार ने अल्पसंख्यकों को राहत पहुंचाने के लिए कोई काम नहीं किया है. एक बार जब जमीन वक्फ बोर्ड को दे दी जाती है, तो वह वक्फ बोर्ड की ही होती है, जमीन को पट्टे पर दिया जा सकता है, लेकिन बेचा नहीं जा सकता। और जो बदलाव हो रहे हैं उसके लिए पहले सुझाव और आपत्तियां ली जाती हैं लेकिन किया कुछ नहीं जाता, सरकार अपनी मनमानी कर रही है।