"संविधान जागर यात्रा 2024: सशक्त नागरिकता की एक नई शुरुआत"?
मुंबई। अपने देश में संविधान लागू हुए पचहत्तर साल हो गये हैं. इस मौके पर देशभर में संविधान अमृत महोत्सव मनाया जाएगा. इसके अलावा संविधान को लेकर फैले भ्रम और अफवाहों को दूर करने के लिए व्यापक जनसंपर्क भी किया जाएगा. संविधान जागर समिति ने अपनी कार्ययोजना तैयार कर ली है और उसी के अनुरूप भविष्य में बड़ी संख्या में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. इनमें से एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है 'संविधान जागर यात्रा 2024'. बाबा साहब आंबेडकर की अवधारणा के अनुरूप भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में आम लोगों से संवाद कर राष्ट्रीय समाज का निर्माण करना और स्वतंत्रता, समता, बंधुता एंव भाईचारे की भावना निर्माण कर संविधान प्रेमी समाज का निर्माण करना इस यात्रा का उद्देश्य था. न्याय तो बनाना ही होगा. तो आइए संविधान जागर यात्रा में शामिल हों. अब तक संविधान जागर यात्रा महाराष्ट्र के 20 से अधिक जिलों का दौरा कर चुकी है।
जानिए भारतीय संविधान के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
नागरिकों के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता: भारत का संविधान देश के प्रत्येक नागरिक को एकल नागरिकता प्रदान करता है. उदाहरण के लिए, भारत के किसी भी राज्य का निवासी दूसरे राज्य के निवासी के साथ भेदभाव नहीं कर सकता. देश के हर नागरिक को भारत के किसी भी कोने में जाने का पूरा अधिकार है. उसे कोई नहीं रोक सकता।
- समाज में भ्रम पैदा करने के लिए कुछ पार्टियां गलत जानकारी फैला रही हैं कि संविधान खतरे में है।
- आरक्षण बंद कर दिया जाएगा और मनुस्मृति संविधान की जगह लेगी,ऐसा अनुसूचित जाति और जनजाति को यह अफवाह फैलाकर गुमराह किया जा रहा है।
- संविधान के बारे में गलत धारणाओं और अफवाहों को दूर करने के लिए संविधान जागरूकता समिति की स्थापना की गई है।
- संविधान अमृत महोत्सव मनाया जाएगा और संविधान के बारे में गलतफहमियों और अफवाहों को दूर करने के लिए व्यापक जनसंपर्क प्रयास किए जाएंगे।
- 'संविधान जागर यात्रा 2024' का उद्देश्य आम लोगों से भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में संवाद करना और संविधान का सम्मान करने वाले समाज का निर्माण करना है।
- कुछ लोग संविधान के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं और जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, जो न केवल राजनीतिक बल्कि अंतरराष्ट्रीय साजिश भी है।
- संविधान जागर समिति ने संविधान जागर यात्रा 2024 का आयोजन किया है, जो महाराष्ट्र के सभी जिलों से होकर गुजरेगी.
- यात्रा में विभिन्न प्रेरक सामाजिक केंद्रों को शामिल किया जाएगा और जिला मुख्यालयों पर सार्वजनिक बैठकें की जाएंगी।
-यात्रा का उद्देश्य बाबा साहेब आंबेडकर की अवधारणाओं पर चलकर एक राष्ट्रीय समाज का निर्माण करना और स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के बारे में जागरूकता फैलाना है।
-संविधान जागर यात्रा में कर्मवीर दादासाहब गायकवाड के पोते राजेंद्र गायकवाड और वाल्मीक निकालजे शामिल हुए थे.
- आकाश अंभोरे, योजना ठोकले, स्नेहा भालेराव आदि गणमान्य लोग इस यात्रा के लिए पूरे महाराष्ट्र में यात्रा कर रहे हैं।
-इस यात्रा में पूर्व समाज कल्याण मंत्री राजकुमार बडोले, कश्यप सालुंके, धर्मपाल मेश्राम, मिलिंद इनामदार भी शामिल हैं.
- हमारे देश में संविधान लागू हुए पचहत्तर साल बीत चुके हैं, लेकिन आम नागरिक इसे सही अर्थों में नहीं समझ पाए हैं।
- संविधान जागर समिति द्वारा आयोजित संविधान जागर यात्रा के माध्यम से एवं डाॅ. बाबा साहब अंबेडकर की राष्ट्रहित की सोच को घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है।
- यह संविधान जागर यात्रा समाज में जानबूझकर पैदा किए गए भ्रम, गलतफहमी और अफवाहों को दूर करने में मदद कर रही है।
- अब तक संविधान जागर यात्रा महाराष्ट्र के 20 से ज्यादा जिलों का दौरा कर चुकी है।