साईबर ठगी के लिए फर्जी बैंक खाता बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश,
पनवेल साइबर सेल की वसई- विरार में कार्यवाई
पनवेल। फर्जी तरीके से बैंक खाता बनाकर साईबर ठगी करनेवाले गिरोह के विरुद्ध पनवेल साईबर सेल ने बड़ी कार्यवाई की है. इस गिरोह के 9 लोगो को वसई-विरार से हिरासत में लेकर ठगी का भंडाफोड़ की है. इनके पास से अलग- अलग बैंक कब 52 डेबिट कार्ड, 18 मोबाईल, 17 चेकबुक 15 सिमकार्ड, 8 आधार कार्ड, 7 पॅन कार्ड, 3 ड्राइविंग लाइसेंस, 2 वोटर आईडी, फैजी विजिटिंग कार्ड जप्त की है।
बढ़ती ठगी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए नवी मुंबई पुलिस अथक प्रयास कर रही है. इसके लिए नवी मुंबई साइबर सेल एंव पनवेल साइबर सेल ने जांच तेज की है. अबतक कई मामलो का खुलासा साइबर सेल ने किया है. नव्हासेवा के रहनेवाले शिकायतकर्ता को टिंडेर ऐप पर एमिली नाम की महिला ने संपर्क कर उन्हें बड़े मुनाफे की लालच देकर एक लिंक भेज उसपर खाता खोलने के लिए कही थी.जिसके बाद शिकायतकर्ता से 10 लाख 40 हजार 212 रुपये की ठगी की घटना पुलिस ने दर्ज की थी.इस मामले की जांच पनवेल साईबर सेल की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दीपाली पाटिल ने सुरु की है. इस मामले की जांच में साइबर सेल ने जिन खातों में ठगी के पैसे गए थे उसके आधार पर वसई-विरार में फर्जी बैंक खाता बनाने वाले गिरोह को पुलिस ने धर दबोची. इस गिरोह के लोग दुकान किराये पर लेकर उत्तरप्रदेश, राजस्थान समेत अन्य ठिकानों से युवाओं को नौकरी के बहाने बुलाकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाते खुलवाकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे।