60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी सभी सरकारी रियायतें लागू करने की मांग
नवी मुंबई। महाराष्ट्र राज्य में वर्तमान में 65 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए लागू सभी रियायतें 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी लागू किया, ऐसी मांग पूर्व राज्य सूचना निदेशक देवेन्द्र भुजबल ने सानपाड़ा में एक कार्यक्रम के दौरान किये है।
महाराष्ट्र वरिष्ठ नागरिक संघ के अध्यक्ष के रूप में अन्नासाहेब टेकाले की नियुक्ति किये जाने के लिए सानपाड़ा वरिष्ठ नागरिक संघ द्वारा हाल ही सम्मानित किया गया था. इस दौरान भुजबल बोल रहे थे. भुजबल ने आगे कहा कि वरिष्ठ नागरिक बनने की शर्त 60 वर्ष की आयु प्राप्त करना है. फिर उन्होंने इस विसंगति की ओर ध्यान दिलाया कि वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायतें पाने के लिए 65 वर्ष की आयु होने की शर्त है. अपने सत्कार का जवाब देते हुए अन्नासाहेब टेकाले ने भुजबल के सुझाव का जिक्र करते हुए कहा कि जल्द ही 65 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए लागू सरकार की सभी रियायतें 60 साल के वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी लागू करने की मांग की जाएगी. साथ ही सरकार से यह मांग की जाएगी कि गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों के वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली 1500 रुपये प्रति माह की पेंशन को बढ़ाकर 3000 रुपये किया जाए. आरंभ में सानपाडा जेष्ठ नागरिक संघ के अध्यक्ष मा ना कदम ने संघ की प्रगति की समीक्षा की. नवी मुंबई मनपा द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में सानपाड़ा टीम के ग्यारह सदस्यों को पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी सदस्यों को अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विठ्ठल गव्हाणे ने किया, जबकि परिचय एवं धन्यवाद ज्ञापन सचिव शरद पाटिल ने किया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में सानपाडा नागरिक संघ के सदस्य उपस्थित थे।
नवी मुंबई में सबसे अधिक 32 विरांगुला केंद्र
महाराष्ट्र में वर्तमान में 1 करोड़ 4 लाख वरिष्ठ नागरिक हैं, जिनमें से 53% महिलाएं और 47% पुरुष हैं. कुल वरिष्ठ नागरिकों में से 40 लाख से अधिक वरिष्ठ नागरिक गरीबी रेखा से नीचे हैं. सभी ग्राम पंचायतों और मनपा को सरकार की नीति के अनुसार वरिष्ठ नागरिकों के लिए मनोरंजन केंद्र स्थापित करने चाहिए. हालांकि नवी मुंबई में राज्य में सबसे अधिक 32 विरांगुला केंद्र होने के कारण अन्नासाहेब टेकाले ने संतोष व्यक्त किये है।