जल जीवन मिशन के तहत पनवेल के 133 में से मात्र 14 योजनाएं ही हुई पूरी
पनवेल। पनवेल तालुका के प्रत्येक गांव में हर घर में नल का जल उपलब्ध कराने के लिए क्रियान्वित की जा रही 'जल जीवन मिशन' योजना में बड़ी देरी होते दिख रहे हैं. पनवेल के भाजपा विधायकों ने इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं. उन्होंने अधिकारियों की खबर तक ली, लेकिन इससे कोई खास फायदा होते नहीं देखा जा रहा है. क्योंकि पनवेल तालुका में 133 में से केवल 14 योजनाएं ही अब तक 100 प्रतिशत पूरी होने की बाद सामने आई हैं।
अदाई गांव के ग्रामीणों ने समय-समय पर पनवेल पंचायत समिति के अधिकारियों से इस मुद्दे पर पॉलोअप लेने के बाद यह जानकारी सामने आई. अदाई गांव में इमारतों में रहने वाले निवासी दो साल से जलापूर्ति योजना के तत्काल कार्यान्वयन के लिए पनवेल पंचायत समिति के अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं. इन निवासियों ने कई बार विरोध प्रदर्शन किया और बैठकें भी कीं, लेकिन सरकारी अधिकारियों की उदासीनता के कारण कार्य पूरा नहीं हो सका. इन निवासियों को अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया जा रहा था. अंततः इन निवासियों ने पंचायत समिति की जल जीवन मिशन योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए सूचना के अधिकार का उपयोग कर जानकारी इकट्ठा किये।
केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न प्रमुख परियोजनाएं पनवेल तालुका में कार्यान्वित की जा रही हैं. हालाँकि अभी भी हर घर में नल से जल की आपूर्ति नहीं हो रही है. अदाई गांव में जलापूर्ति के लिए जल जीवन मिशन योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए निवासी पिछले कई वर्षों से कड़ी मेहनत कर रहे हैं. सरकार ने गांव के लिए 4 करोड़ 53 लाख 10 हजार 647 रुपए की योजना की घोषणा की. लेकिन गांव में जल वितरण चैनल का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है. ऊंचे भंडारण जलाशय का कार्य केवल 4 प्रतिशत ही पूरा हुआ है. यह 4 प्रतिशत कार्य तो बस गड्ढा खोदने जैसा है. इसके अलावा, ग्रेविटी चैनल का काम भी 38 प्रतिशत पूरा हो चुका है. भूमिगत टैंक का काम 85 प्रतिशत पूरा हो चुका है. पिछले कई वर्षों में अदाई गांव में जलापूर्ति परियोजना का केवल 12 प्रतिशत ही काम पूरा हो पाया है. जिसके लिए ठेकेदार को अब तक परिचालन लागत के लिए 38 लाख रुपये का भुगतान किये जाने की जानकारी सामने आई है।