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“विधानसभा में नौटंकी करने से अच्छा जितेंद्र आव्हाड और उनके सांसदों को लोकसभा सत्र में विदेश मंत्री के सामने विरोध करना चाहिए – आनंद परांजपे”

“विधानसभा में नौटंकी करने से अच्छा जितेंद्र आव्हाड और उनके सांसदों को लोकसभा सत्र में विदेश मंत्री के सामने विरोध करना चाहिए – आनंद परांजपे”

“नकल कलाकार जितेंद्र आव्हाड के लिए स्टंटबाजी करना उनका स्वभाव है”

मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता आनंद परांजपे ने जितेंद्र आव्हाड पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि उन्हें राज्य विधानसभा में विदेश नीति पर नौटंकी करने के बजाय, उनके पार्टी के सांसदों को लोकसभा सत्र में विदेश मंत्री के सामने बेड़ियां पहनकर विरोध करना चाहिए। आनंद परांजपे ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि नकल कलाकार जितेंद्र आव्हाड का स्टंटबाजी करना एक स्थायी स्वभाव बन गया है।

गौरतलब है कि आव्हाड ने लोकतंत्र में उनकी आवाज दबाई जा रही है, ऐसा आरोप लगाया और विधानसभा परिसर में बेड़ियां पहनकर प्रवेश किया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आनंद परांजपे ने सवाल उठाया कि जब मीडिया हर सरकार विरोधी प्रतिक्रियाओं रोज विभिन्न मुद्दों पर प्रतिक्रिया लेता है और प्रदर्शित करता है, फिर वह ठाणे स्थित उनके बंगला हो या पार्टी कार्यालय हो, तो फिर उनकी आवाज कैसे दबाई जा रही है?

लोकतंत्र में विपक्ष को अपनी सकारात्मक भूमिका रखनी चाहिए, और आमतौर पर जितेंद्र आव्हाड ऐसा करते हैं। लेकिन आज उन्होंने केवल एक स्टंट करने की कोशिश की, जिससे यह साबित हो कि वह कुछ अलग कर रहे हैं। दुर्भाग्यवश, इस स्टंटबाजी में उनके साथ उनकी पार्टी का एक भी विधायक नहीं था, ऐसा तंज भी आनंद परांजपे ने कसा।

अमेरिका से भारतीय नागरिकों को वापस भेजा गया, और उनके हाथों में बेड़ियां थीं। सच तो यह है कि देश की विदेश नीति न तो महाराष्ट्र विधानसभा में तय होती है, न ही विधान परिषद में, बल्कि यह लोकसभा और राज्यसभा में तय होती है। इस बात की याद दिलाते हुए आनंद परांजपे ने कहा कि यदि अमेरिका से भेजे गए भारतीयों के निर्वासन का विरोध करना है, तो लोकसभा और राज्यसभा के अगले सत्र में सांसदों को बेड़ियां पहनकर विरोध दर्ज कराना चाहिए।


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