समय पर वेतन ना मिलने से नाराज श्रमिको ने किया धरना आंदोलन,
दो दिन के भीतर कार्यवाई का आयुक्त ने दिया आदेश
नवी मुंबई। नवी मुंबई मनपा के ठेकेदार द्वारा श्रमिको को समय पर वेतन न दिए जाने से नाराज श्रमिको ने मनपा मुख्यालय पर धरना आंदोलन किये. इस आंदोलन को संज्ञान में लेते हुए आयुक्त कैलाश शिंदे ने उपायुक्त को दो दिन के भीतर वेतन न देनेवाले ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिए है।
नवी महानगरपालिका के माध्यम से ग्रंथालय को मनुष्यबल उपलब्ध कराने वाली चामुंडाई इंटरप्राइजेज कंपनी के ठेकेदार ने महीना बीत जाने के 18 दिन बाद भी संबंधित श्रमिको को वेतन का भुगतान नहीं किया है. ठेकेदार ने पिछले कुछ महीनों से 80 श्रमिकों की भविष्य निधि की राशि भी उनके खातों में जमा नहीं कराई है. ठेकेदार को जनवरी 2023 से कार्य आदेश प्राप्त हुआ हैं. मजदूरों का आरोप है कि उसके बाद से ठेकेदार ने मजदूरों को समय पर भुगतान नहीं किया है. श्रमिकों ने बताया कि इतना ही नहीं, बल्कि पीएफ का भुगतान भी हर 3 से 4 महीने में किया जाता है. इसी प्रकार पार्क के रखरखाव और मरम्मत के लिए जिम्मेदार ठेकेदार हर्षल एंटरप्राइजेज ने अभी तक श्रमिकों को वेतन का भुगतान नहीं किया है. इसके अलावा फरवरी महीने में इन श्रमिकों को केवल आधा वेतन ही दिया गया है. इसलिए समाज समता संगठन के नेतृत्व में पार्क और ग्रंथालय कर्मचारियों ने मनपा के डिप्टी कमिश्नर किसनराव पलांडे के समक्ष यह मुद्दा उठाया. पलांडे ने तुरंत ठेकेदारों को बुलाया और स्थिति जानने का प्रयास किये. उन्होंने यह भी आदेश दिया कि वेतन का भुगतान यथाशीघ्र किया जाए. उपायुक्त के आश्वासन से असंतुष्ट होकर श्रमिक अंततः आयुक्त के पास पहुंचे और वेतन से संबंधित अपना मुद्दा उठाए. इसके बाद आयुक्त ने उपायुक्त पलांडे को दो दिनों के भीतर श्रमिकों की सभी समस्याओं का समाधान करने का आदेश दिया।