बिहारः बिहार के भोजपुर जिले में एक विवाहिता को चिता पर जिंदा जलाने की कोशिश करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि महिला के ससुराल वाले उसे चिता पर रखकर जिंदा जलाने वाले थे. लेकिन कुछ लोगों ने इस बात की सूचना पुलिस को दे दी और पुलिस ने वक्त से मौके पर पहुंच कर महिला को बचा लिया. आरोप है कि उसके ससुराल वाले कई वर्षों से उसका उत्पीड़न कर रहे थे.
घटना भोजपुर के संदेश थाना क्षेत्र की है. दरअसल, किसी ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी कि एक विवाहिता को सोन नदी के सारीपुर श्मसान घाट पर चिता में जिंदा जलाने की कोशिश की जा रही है. ये ख़बर मिलते ही थाना पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो महिला को चिता पर लेटाने की तैयारी हो रही थी. अगर पुलिस को वहां पहुंचने में ज़रा भी देरी होती तो ससुराल पक्ष के लोग महिला को जिंदा जला देते.
स्थानीय पुलिस अधिकारी ने इस संबंध में बताया कि पुलिस ने सूचना मिलने पर फौरन कार्रवाई की और मौके पर जाकर उस विवाहिता को चिता से उठाया. जिसे कुछ पल में जलाने की तैयारी थी. पुलिस ने जब महिला को बचाया तो वह बेहोशी की हालत में थी. लिहाजा उसे फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसका उपचार किया जा रहा है.
संदेश थाने के प्रभारी अवधेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बचरी गांव निवासी भगवान ठाकुर की बेटी लक्ष्मी की शादी 10 साल पहले संदेश निवासी रविन्द्र ठाकुर के साथ हुई थी. महिला के परिजनों का आरोप है कि ससुराल में लक्ष्मी को पहले दिन से ही प्रताड़ित किया जा रहा था.
पुलिस ने इस संबंध में लक्ष्मी के बयान दर्ज कर लिए हैं. अब पुलिस मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है. इस मामले में लक्ष्मी के पति, सास और ससुर को एफआईआर में नामजद किया गया है. घटना के बाद से वे सभी आरोपी फरार हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है. उधर, महिला की हालत में सुधार हो रहा है.