मुंबई में मराठी व्यक्ति को नौकरी देने से इनकार करने वाली ITCODE इन्फोटेक कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें - प्रोफेसर वर्षा गायकवाड़
राज्य में भाजपा नेताओं के गुजरात के प्रति अतिवादी प्रेम के कारण ही मराठीद्वेष बढ़ी
मुंबई। मुंबई में मराठी लोगों को घर नहीं दिया जाता, दुकानों पर मराठी बोर्ड नहीं लगाए जाते, मराठी नहीं बोली जाती, इसी में अब कंपनियां मुंबई में ही मराठी लोगों को नौकरी देने से इनकार करने की हिम्मत की जा रही हैं. ITCODE इन्फोटेक कंपनी ने मराठी लोग आवेदन ना करें ऐसी विज्ञापन देने की हिम्मत की है. जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है तब से मराठी नफरत भड़क गई है, ऐसे कंपनियों पर कार्यवाई करने की हिम्मत भाजपा- शिंदे सरकार दिखाए अन्यथा रास्ते पर उतरकर जवाब मांगना पड़ेगा ऐसी चेतावनी मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष प्रोफेसर वर्षा गायकवाड़ ने दी.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रोफेसर वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि ITCODE इन्फोटेक सूरत की कंपनी है. कंपनी ने अपने गिरगांव कार्यालय के लिए ग्राफिक डिजाइनर के पद के लिए विज्ञापन दिया है, लेकिन इसमें साफ कहा गया है कि मराठी उम्मीदवार आवेदन न करें. कंपनी यह दावा करने में सफल रही कि वह मराठी बहुल गिरगांव में किसी मराठी व्यक्ति को रोजगार नहीं देगी, क्योंकि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और शिंदे सरकार गुजरात की देन है. उन्हें मोदी-शाह और गुजरात के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का कोई खतरा नहीं है. लेकिन इस साहस और मराठी स्वाभिमान को कोई छेड़ेगा तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महाराष्ट्र के उद्योग गुजरात में चले जाने के सवाल पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने गैरजिम्मेदाराना और बेशर्म जवाब दिया कि 'गुजरात राज्य पाकिस्तान नहीं है.' इन हरामखोरों और गुजराती दर्जिन नेताओं की वजह से ही माज बढ़ रहा है. फड़णवीस को यह समझना चाहिए कि जैसे गुजरात पाकिस्तान नहीं है, वैसे ही मुंबई पाकिस्तान नहीं है. और महाराष्ट्र के नेताओं को गुजरात से इतना सम्मान क्यों मिलना चाहिए? वर्षा गायकवाड़ ने यह भी अपील की कि गुजरात-प्रेमी लोगों को उनकी जगह दिखाने का यह सही समय है।