उबाठा प्रत्याशी के प्रचार लिए मुंबई बम ब्लास्ट का आरोपी
हिन्दू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे की आत्मा में वेदना
शिवसेना प्रवक्ता डॉ. राजू वाघमारे द्वारा आलोचना
देशद्रोहीयों से संबंध रखनेवाले उबाठा को मुंबईवासी सबक सिखाएंगे
मुंबई। कांग्रेस के साथ रहकर उद्धव ठाकरे का असली चेहरा सामने आने लगा है. 1993 में मुंबई बम धमाकों में सैकड़ों निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले आरोपियों के साथ उबाठा को चुनाव प्रचार करते देख हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे की आत्मा को पीड़ा हो रही होगी, ऐसी आलोचना शिवसेना प्रवक्ता डॉ. राजू वाघमारे ने की. उन्होंने कहा कि गद्दारों के साथ मिलकर प्रचार करने वाले उबाठा को मुंबईवासी सबक सिखाएंगे।
1993 बम विस्फोट के आरोपी इकबाल मूसा उर्फ बाबा चौहान उत्तर पश्चिम मुंबई सीट उबाठा के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर के लिए सक्रिय रूप से प्रचार कर रहा हैं. वहीं लष्कर भर्ती का पेपर फोड़नेवाला आरोपी महेंद्र सोनावणे उबाठा के शिरडी प्रत्याशी भाऊसाहेब वाघचौरे का प्रचार प्रमुख है. भारतीय और लष्कर में पाकिस्तानी मूल लोगों का कैसे भर्ती किया जाए, ऐसी सोनावणे की योजना थी. ये सभी गद्दार संजय राउत का अभिनंदन करते घूम रहे हैं, ऐसा आरोप डॉ. वाघमारे ने लगाया.
उद्धव ठाकरे देशभक्ति और हिंदुत्व की बात करते हैं. लेकिन इनका असली रूप अब सामने आ गया है. इसके फोटो और वीडियो सबूत मौजूद हैं. उग्रवादियों के साथ प्रचार कर रही उबाठा की नकली शिव सेना को अब शिव सेना शब्द का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए. उबाठा के संबंध गद्दारों से हैं. इससे बाला साहेब ठाकरे का अपमान हुआ है.' इसलिए उबाठा को शिवसेना नाम न दिया जाए ऐसी मांग चुनाव आयोग से करेंगे, ऐसा डॉ. वाघमारे ने इस समय कहा।
शरद पवार ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी में अन्य क्षेत्रीय पार्टियां विलीन होंगी. इस बारे में बात करते हुए डॉ. वाघमारे ने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार के आखिरी चरण के दौरान उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से इस संबंध में बातचीत हुई थी. इसका उद्धव ठाकरे ने समर्थन किया था. इसीलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे के विचार और प्रतीक को बचाने के लिए महाविकास अघाड़ी और उबाठा से बाहर आने का फैसला किया. डॉ. वाघमारे ने कहा कि शरद पवार इन सभी साजिशों के मास्टरमाइंड हैं।