बीएमसी का नाली सफाई का दावा पूरी तरह से झूठा, नाली की सफाई नहीं बल्कि महज 'हाथ की सफाई' - प्रोफेसर वर्षा गायकवाड़
नाला सफाई घोटाले की तुरंत जांच कर सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें.
नाला सफाई में हुई गड़बड़ी में भाजपा का भी हाथ, भाजपा अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती
मुंबई। मुंबई में मानसून पूर्व नालों की सफाई के लिए सत्तारूढ़ दल और सरकार द्वारा नियुक्त मुंबई मनपा प्रशासकों ने करदाताओं के 250 करोड़ से अधिक खर्च करने के बावजूद किए गए कार्यो की वास्तविकता अभी भी भयावह है. कई क्षेत्रों में 50 फीसदी भी काम नहीं हुआ है. मनपा प्रशासक नाला सफाई कार्य के आधिकारिक आंकड़े विस्तार से जनता के सामने पेश करें और नाला सफाई घोटाले की तुरंत जांच कर सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ऐसी मांग मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष प्रोफेसर वर्षा गायकवाड ने की है।
वर्षा गायकवाड़ ने नाला सफाई पर बोलते हुए कहा कि मुंबई मनपा का यह दावा कि नाला सफाई का 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, पूरी तरह से गलत है. यह सच है कि कई इलाकों में जल निकासी का काम नहीं हुआ है. कई जगहों पर अब भी कीचड़, कूड़ा, मलबा पड़ा हुआ है. दरअसल, 50 फीसदी से भी कम काम हुआ है, जो संतोषजनक नहीं है. सत्तारूढ़ दल और मनपा प्रशासन के भ्रष्ट और लापरवाह प्रबंधन के कारण, इस वर्ष भी भारी बारिश होने पर मुंबई में बाढ़ आने की अत्यधिक संभावना है. यह कोई नाली सफाई नहीं बल्कि महज़ 'हाथ की सफाई' है जो सत्ताधारियों, मनपा अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच 'सेटिंग' हो गई है. नाला सफाई को लेकर जनता के आक्रोश को देखते हुए भाजपा इस पाप से अपना पल्ला झाड़ रही है, लेकिन जनता जानती है कि इस महाघोटाले में वह भी बराबर की भागीदार है. वर्षा गायकवाड़ ने ये भी कहा कि बीजेपी इससे भाग नहीं पाएगी, मुंबईकरों को हिसाब देना ही होगा।