संसद में हिंदुओं को हिंसक ठहराने वाले कांग्रेस के राहुल गांधी का कड़े शब्दों में निषेध ! - हिंदू जनजागृति समिति
आज संसद में राहुल गांधी ने हिंदुओं को हिंसक के रूप में चित्रित करने का प्रयास किया, और हिंदू जनजागृति समिति की ओर से हम इसका कड़े शब्दों में निंदा एवं निषेध करते हैं। यह उनका पहला प्रयास नहीं है; इससे पहले कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद या हिंदू आतंकवाद की अवधारणा प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। कांग्रेस हमेशा ही वैश्विक स्तर पर हिंदू समाज को बदनाम करने की कोशिश करती रही है। राहुल गांधी का मंदिरों का दौरा करना और पवित्र धागा बांधना धोखा था। स्वयं महात्मा गांधी ने स्वयं को चातुर्वर्ण मानने वाले हिंदू के रूप में प्रस्तुत किया था, ऐसा प्रतिपादन हिंदू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने किया है।
1990 के दशक में कश्मीरी हिंदुओं को कश्मीर से किसने विस्थापित किया? क्या राहुल गांधी बताएंगे कि किस समुदाय ने यह विस्थापन किया? कश्मीरी हिंदुओं ने जिन अत्याचारों का सामना किया, उनमें से कितने विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं ने AK-47 जैसे हथियार उठाए? उन्हें इस पर भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए।
वैश्विक स्तर पर हिंदू समाज आज सार्वभौमिक शांति और कल्याण की विचारधारा के लिए जाना जाता है, 'वसुधैव कुटुम्बकम' या 'संपूर्ण विश्व एक परिवार' के सिद्धांत का प्रतिनिधित्व करता है। इस समाज को हिंसक या आतंकवादी के रूप में लेबल करना उसकी छवि को खराब करने का प्रयास है। वास्तव में, ऐसे बयान देते समय उन्हें शर्म आनी चाहिए। सभी कांग्रेस नेताओं को हिंदुओं के बारे में अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए? ऐसा सवाल भी रमेश शिंदे ने उठाया।