आवश्यक निर्माणों को मालिकाना हक देकर नियमित किया जाए- विधायक गणेश नाईक की आक्रामक भूमिका,
जनसंवाद उपक्रम को सहज प्रतिक्रिया
नवी मुंबई। लोकनेता विधायक गणेश नाईक ने सोमवार को ऐरोली स्थित भाजपा जनसंपर्क कार्यालय में जन सुसंवाद किया. जिसे नागरिकों की ओर से सहज प्रतिक्रिया मिली. बड़ी संख्या में नागरिकों ने निवेदन दिये. इनमें से कई निवेदनों पर तत्काल कार्यवाही कर नागरिकों को राहत दी गई. शेष निवेदनों पर समयबद्ध ढंग से कार्यवाही की जायेगी. गांव, गांवठान, शहर, स्लम एरिया, औद्योगिक क्षेत्र, एलआईजी, एमआईजी, सोसायटी के सभी भागो से आए नागरिकों ने अपनी-अपनी समस्याएं एवं कठिनाइयां विधायक नाईक के समक्ष प्रस्तुत कीं. जल आपूर्ति, विद्युत आपूर्ति, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि समस्याओं का निस्तारण किया गया।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए विधायक गणेश नाईक ने नवी मुंबई में आवश्यकता के अनुसार बनाए गए सभी प्रकार के निर्माणों को नियमित किया जाए और झोपड़ियों का विकास सरकार के माध्यम से करने का मांग किये. परियोजना पीड़ितों और स्थानिकों ने नवी मुंबई के निर्माण के लिए अपनी जमीनें सस्ते दाम पर सिडको को दे दीं. नियमानुसार सिडको ने गावठान विस्तार योजना का क्रियान्वयन नहीं किया. साढ़े बारह फीसदी योजना भी पूरी नहीं की. समय के साथ जैसे-जैसे परिवार का विस्तार हुआ, परियोजना पीड़ितों ने रहने के लिए घर और आजीविका के लिए व्यावसायिक निर्माण कार्य किये. आज तक के ऐसे सभी निर्माणों को नियमित किया जाए. परियोजना पीड़ितों को मकान और उनके नीचे की जमीन का मालिकाना हक दिया जाए. परियोजना पीड़ितों के हित में उनकी इच्छानुसार योजना की घोषणा करने की मांग की।
झोपड़पट्टी का विकास होना ही चाहिए लेकिन सरकार पुनर्विकास करें- नाईक
नवी मुंबई के झोपड़ियों में रहने वाले नागरिकों का जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए उन्हें उचित और पक्का घर मिलने के लिए झोपड़पट्टी इलाको का विकास होना ही चाहिए, इस मत के हम हैं. नवी मुंबई में झोपड़पट्टी वासियों को उनके घरों और उनके अधीन जमीन का स्वामित्व उन्हें दिया जाए. सरकार खुद म्हाडा की तर्ज पर झोपड़ियों का विकास करे, ऐसी मांग उन्होंने की. योजना में पात्र, अपात्र के संबंध में स्पष्टता आवश्यक है. सुविधाओं के मामले में शहरों के बीच संतुलन भी होना चाहिए, ऐसा नाईक ने कहा।