सिल्लोड में ‘मुख्यमंत्रीः में लाडली बहन योजना का शुभारंभ
महिला सशक्तिकरण से ही देश महाशक्ति बनेगा- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
सिल्लोड जि. छत्रपती संभाजीनगर।
महिलाओं के सशक्तिकरण से ही देश महाशक्ति बनेगा. 'मुख्यमंत्री मेरी लाड़की बहन योजना' महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की एक स्थायी योजना है और ये बहनों के लिए सरकार के तरफ से तौफा हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज महिला सशक्तिकरण मेलावा में उपस्थित बहनों को आश्वासन दिए कि राज्य में महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और शैक्षणिक रूप से सशक्त बनाना सरकार का लक्ष्य है. आज सिल्लोड में मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण अभियान का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में आज महिलाओं को विभिन्न महिला सशक्तिकरण योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री मवरो लाडली बहिन योजना का भी शुभारंभ किया गया. यह भी घोषणा की गई कि दो लाख महिलाओं को लाभ मंजूर हो गया है.इस मेलावा समारोह में विधान परिषद की उपसभापती नीलमताई गोऱ्हे, वित्त और अल्पसंख्यक विकास तथा औकाफ मंत्री एंव जिला पालक मंत्री अब्दुल सत्तार, विधायक प्रदीप जयसवाल, रमेश बोरनारे, संभागीय आयुक्त दिलीप गावड़े, महानगर पालिका आयुक्त जी. श्रीकांत, कलेक्टर दिलीप स्वामी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास मीणा, छत्रपति संभाजीनगर सर्कल के विशेष पुलिस महानिरीक्षक वीरेंद्र मिश्र, पुलिस अधीक्षक मनीष कलवानिया और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे .
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने भाषण की शुरुआत में ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले महाराष्ट्र के बेटे स्वप्निल कुसाले को बधाई दी. उन्होंने मुख्यमंत्री माझी लाड़की बहिन योजना के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला प्रशासन और जिले के नए संरक्षक मंत्री अब्दुल सत्तार को भी बधाई दी. प्रारंभ में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। साथ ही, शिव सेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे, धर्मवीर आनंद दिघे की प्रतिमा की पूजा की गई. साथ ही जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई विभिन्न महिला सशक्तिकरण योजनाओं की सूचना पुस्तिका का मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा विमोचन किया गया.
योजना का राष्ट्रीय स्तर पर सराहना
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि इतने दिनों तक मैं कहता था कि मेरी एक बहन है; लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद से मुझे आपके रूप में प्रदेश की लाखों बहनें मिलीं, यह मेरा सौभाग्य है. मैं जहां भी जाता हूं, बहनें राखी बांधने आती हैं. ऐसा भाग्यशाली भाई पाने के लिए भाग्य की ज़रूरत होती है. अब तुम्हारे भाई की जिम्मेदारी भी बढ़ गयी है. इस योजना के कारण राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली है. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना यह देश महाशक्ति नहीं बन सकता. हम महिलाओं को दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती कहते हैं, लेकिन सिर्फ तस्वीरों में उनकी पूजा करने से काम नहीं चलेगा, हकीकत में महिलाओं के हाथों को मजबूत करना जरूरी है. सरकार ने ये योजनाएं इसलिए शुरू की हैं ताकि उन्हें अपने पैरों पर खड़ा किया जा सके।
हर परिवार को खुश करने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि एक महिला एक पूरा परिवार है, सरकार का पहला और अंतिम लक्ष्य राज्य के हर परिवार को खुशहाल बनाना है. सरकार के हर फैसले में महिला सशक्तिकरण दिखना चाहिए, शिक्षा, अर्थव्यवस्था, राजनीति और समाज सभी क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाया जाना चाहिए. 'मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना' के तहत एक बहन को प्रति माह डेढ़ हजार रुपये यानी प्रति वर्ष 18 हजार रुपये मिलेंगे. उन्होंने उपस्थित महिलाओं को बहनों को सिर्फ रक्षाबंधन या भाउबीज में ही नही हर माह डेढ़ हजार रुपये तौफा देने वाली योजना को स्थायी बताते हुए आश्वस्त किया.
वर्षभर में दो करोड़ से अधिक बहनों को लाभ पहुंचाया
मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना, लाड़की लेक योजना, लड़कियों के लिए उच्च शिक्षा मुफ्त करना, एसटी यात्रा पर 50 प्रतिशत छूट, महिला सशक्तिकरण अभियान जैसी विभिन्न योजनाओं से दो करोड़ से अधिक माताओं और बहनों को लाभ हुआ है, ऐसा शिंदे ने कहा. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा अप्रेंटिसशिप योजना सिर्फ बहनों के लिए ही नहीं बल्कि प्यारे भाइयों के लिए भी है. मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना को हर गांव, हर शहर से भारी प्रतिसाद मिल रहा है. बजट में प्यारी बहनों के लिए 45 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किये गये हैं. अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लिए लगभग एक लाख करोड़ रुपये रखे गए हैं. अधिक से अधिक महिलाओं को लाभ मिल सके इसके लिए शर्तों में ढील दी गई है. यह सच है कि इस योजना से प्रदेश की महिलाओं के चेहरे पर खुशी आई है. छत्रपति संभाजीनगर जिले में मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना के लिए दो लाख आवेदन स्वीकृत किये गये हैं. मुख्यमंत्री शिंदे ने इसके लिए बहनों को बधाई भी दी.
मराठवाडा वॉटरग्रीड क्रियान्वयन अब शुरू होने जा रहा है
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मराठवाड़ा जल ग्रिड पर अब तक केवल चर्चा हुई थी. लेकिन इस योजना का क्रियान्वयन अब शुरू होने जा रहा है. जिले में उद्योग के लिए निवेश किया जा रहा है और रोजगार का सृजन होगा. मुख्यमंत्री शिंदे ने हिरकणी कक्ष के निर्माण के लिए 75 लाख रुपये देने की भी घोषणा की.
लाभ का प्रतिनिधिक वितरण
इस समारोह में मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा प्रतिनिधि रूप से विभिन्न योजनाओं की महिला लाभार्थियों को प्रमाण पत्र एवं लाभ वितरित किये गये. इनमें गीताबाई जंजाल, वर्षा बालू पांडव, लक्ष्मीबाई पंडित, करुणा बारवाल, संगीता अंभोरे, मीराबाई सपकाल, दिव्या सपकाल, मनीषा अहिरे, अखिला याकूब शेख, शोभा दांडगे, मोनिका शिरासाथ, वत्सला जाधव, वंदना काकड़े, अलकाबाई पगारे, रुकसाना दिलावर तड़वी शामिल हैं। कविता अहिरे, कल्पना चव्हाण, नंदा पालोडकर आदि लाभार्थी महिलाओं का समावेश था।
मुख्यमंत्री ने खुद भरा फॉर्म
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना के लाभ के लिए दिव्या रामदास सपकाल बहन का फॉर्म स्वयं भरा और अनुमोदन प्रक्रिया के लिए जिला कलेक्टर दिलीप स्वामी को फॉर्म सौंपा।
पारंपरिक वेशभूषा में बहनें और रक्षाबंधन भी
इस समारोह में महिलाएं पारंपरिक पोशाक पहनकर शामिल हुईं. कई महिलाओं ने मंच पर जाकर मुख्यमंत्री को राखी बांधी और उनसे बातचीत की. मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं से मोबाइल टॉर्च चालू करने की अपील की, जिस पर उपस्थित महिलाओं ने सहज प्रतिक्रिया दी.
सिल्लोड में रोड शो
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का हवाई अड्डे से लेकर सिल्लोड पहुंचने तक रास्ते में हर गांव में स्वागत किया गया. वहां भी महिलाओं ने उन्हें हाथ हिलाया और राखी बांधी. सिल्लोड शहर में मुख्यमंत्री का रोड शो हुआ. सिल्लोडवासियों ने रोड शो के जरिए मुख्यमंत्री शिंदे का स्वागत किया.
कार्यक्रम का परिचय जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास मीना ने किया, जबकि जिला कलक्टर दिलीप स्वामी ने जिले में मुख्यमंत्री माझी लड़की बहीन योजना के क्रियान्वयन की जानकारी प्रस्तुत की. संचालन गीता पानसरे ने तथा धन्यवाद ज्ञापन विकास मीना ने किया।