68 वर्षीय वृद्ध के साथ 1 करोड़ 10 लाख की ठगी,
असली कंपनी से संपर्क करने के बाद ठगी का पता चला
नवी मुंबई। साइबर ठगों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस द्वारा प्रयास जारी है. लेकिन ठगबाज तरह- तरह के पैंतरे अपनाकर नागरिको के साथ साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है. ऐसी ही एक घटना नेरुल के रहने वाले 68 वर्षीय वृद्ध के साथ घटी है. नामी कंपनी के नाम पर फर्जी एप्लिकेशन बनाकर वृद्ध के साथ 1 करोड़ 10 लाख 70 हजार रुपये की ठगी साइबर ठगों ने की. लेकिन जब इसकी पुष्टि वृद्ध ने कंपनी से की तब उन्हें ठगी का पता चला।
नेरुल के रहनेवाले 68 वर्षीय सलीम पालेकर के साथ यह ठगी हुई है. उन्होंने पुलिस को दि गई शिकायत में बताए है की उन्हें 10 जनवरी को शेरखान बी 305 ऑफिसियल कम्युनिटी नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड किया गया था.इस ग्रुप में अधिक शेयर पर निवेश करने पर अधिक मुनाफे की जानकारी दि जा रही थी.कुछ दिनों तक सलीम पालेकर ने मैसेज पढ़ते रहे.इस दौरान शेयरखान कंपनी का मार्किट में बड़ा नाम होने के कारण उन्होंने भरोसा कर निवेश के लिए तैयार हो गए. जिसके बाद ग्रुप के एडमिन से संपर्क किये. इस दौरान इन ठगबाजो ने एक एप्लिकेशन डाउनलोड करवाये इसके बाद तरह तरह के कारण बताकर कुल 1 करोड़ 10 लाख 69 हजार 600 रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाये. इसी बीच इन ठगबाजो ने तकरीबन 51 लाख रुपये भरने को कहे. लेकिन जब मना किये तो ठगबाजो ने डर दिखाया. जिसके बाद वृद्ध ने गूगल से नम्बर निकाल कंपनी में जांच किये. तब जाकर उन्हें ठगी का पता चला।