पनवेल मनपा ने आवारा कुत्तों और आवारा बिल्लियों का पूरा किया सर्वेक्षण 

पनवेल मनपा ने आवारा कुत्तों और आवारा बिल्लियों का पूरा किया सर्वेक्षण 


देश में पहली बार एआई सिस्टम का उपयोग करके कुत्तों की डिजिटल जानकारी एकत्र करनेवाली पहली मनपा 

पनवेल। पनवेल मनपा की हद्द में आवारा कुत्तों का सर्वेक्षण हाल ही में पूरा हुआ है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके किए गए इस डिजिटल सर्वेक्षण के माध्यम से प्राप्त जानकारी आवारा कुत्तों के टीकाकरण और निर्बिजिकरण के लिए उपयोगी होगा. आयुक्त मंगेश चितले के मार्गदर्शन में किया गया यह सर्वेक्षण देश में पहला ऐसा सर्वेक्षण है जिसमें एआई प्रणाली का उपयोग करके मनपा सीमा के भीतर कुत्तों के बारे में डिजिटल जानकारी एकत्र की गई है. इस सर्वेक्षण का उपयोग पनवेल को रेबीज मुक्त बनाने के लिए होगा, ऐसी जानकारी उपायुक्त डॉ. वैभव विधाते ने दिया है।


इंडिकेयर एआई सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड इस स्टार्ट-अप कंपनी के माध्यम से यह डिजिटल सर्वेक्षण किया गया है. यह पहली बार है जब भारत में इस तरह की पहल लागू की गई है. इस सर्वेक्षण में 19,307 आवारा कुत्तों और 5,080 आवारा बिल्लियों को पंजीकृत किया गया है. इस सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी का उपयोग आवारा कुत्तों के कारण उत्पन्न समस्याओं के समाधान की योजना बनाने में किया जाएगा. यह जानकारी आवारा कुत्तों पर नियंत्रण पाने में उपयोगी होगी.  यह महत्वपूर्ण सर्वेक्षण चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद गोसावी के मार्गदर्शन में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. भगवान गीते और डॉ. मधुलिका लाड ने किया है. इस डिजिटल सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी का उपयोग मनपा के पशु चिकित्सा विभाग द्वारा भविष्य की विस्तृत योजना बनाने में किया जा सकेगा. इस सर्वेक्षण से यह पता लगाया जाएगा कि आवारा कुत्तों की नसबंदी की गई है या नहीं।

काटने वाले कुत्तों का भी आसानी से लगेगा पता

मनपा द्वारा किये गए इस डिजिटल सर्वेक्षण में कुत्ते, बिल्ली की तस्वीर, लिंग, आयु और स्वास्थ्य स्थिति शामिल है. यदि किसी व्यक्ति को आवारा कुत्ते ने काट लिया तो इस सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी से यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि कुत्ता किस क्षेत्र से है। 


सर्वेक्षण के अनुसार 44 प्रतिशत आवारा कुत्तों की हो चुकी है नसबंदी 

मनपा ने 2018 से नसबंदी कार्यक्रम चलाकर इस सर्वेक्षण के तहत कुल 44 प्रतिशत आवारा कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है. इस सर्वेक्षण से पता चला कि वयस्क कुत्तों की संख्या 10,270 है. पिल्लों की संख्या लगभग 1800 है. साथ ही वयस्क कुत्तों की संख्या 1,440 है. इससे मनपा द्वारा चलाए गए निर्बिजिकरण कार्यक्रम की सफलता को दर्शा रहा है। 


कोड-

रेबीज के प्रसार को रोकने में मनपा द्वारा कराया गया सर्वेक्षण महत्वपूर्ण होगा. इस सर्वेक्षण का उपयोग आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए भी उपयोगी होगा।

-आयुक्त मंगेश चितले, पनवेल महानगरपालिका


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