आतंकवादी तहव्वूर राणा के प्रति कांग्रेस नेताओं का प्रेम जमकर छलका-शिवसेना उपनेता व प्रवक्ता संजय निरुपम की टिप्पणी
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड को मोदी सरकार ने घसीटते हुए लाया
मुंबई। मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वूर राणा को अमेरिका से भारत में घसीटते हुए लाने का काम केंद्र की मोदी सरकार ने किया है। परंतु कांग्रेस नेताओं का राणा के प्रति प्रेम जमकर छलके लगा है। इस प्रकार की तीखी टिप्पणी शिवसेना उपनेता व प्रवक्ता संजय निरुपम ने की है। आतंकवादियों पर राजनीति करने के बदल कांग्रेस नेताओं को केंद्र सरकार का अभिनंदन करना चाहिए। इस प्रकार का तंज निरुपम ने कसा है। वे मुंबई में आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित कर रहे थे।
निरुपम ने आगे कहा कि भारत के शत्रू तहव्वूर राणा के प्रति कांग्रेस नेताओं का छलक रहा प्रेम जगजाहिर हो गया है। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने राणा को भारत लाने का श्रेय लेने की असफल कोशिश की है। चिदंबरम का यह प्रयत्न निंदनीय है। यह टिप्पणी करते हुए निरुपम ने आगे कहा कि 2009 में यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान 11 नवंबर 2009 को तहव्वूर राणा और डेविड हेडली के विरोध में एनआईए ने अपराध दर्ज किया था। परंतु 2011 में अमेरिका की कोर्ट ने इस केस में राणा को रिहा कर दिया। किंतु, इसके खिलाफ कांग्रेस सरकार ने कोई अपील दाखिल नहीं की थी। 2014 में यूपीए सरकार चली गई और केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नयी सरकार आई। इसके बाद ही राणा के प्रत्यर्पण की जोरदार ढंग से ईमानदार कोशिश शुरू हुई।
निरुपम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त पत्रकार परिषद लेकर आतंकवाद को समाप्त करना है तो एक आरोपी का भारत को प्रत्यर्ण होना चाहिए ऐसी अपील की थी। इसके बाद एनआईए ने दोबारा यह केस चलवाया और राणा के प्रत्यर्पण की मांग भी दोहराई। इस मांग को अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय ने मानी और राणा को भारत को सौंप दिया गया। यह मौजूदा केंद्र सरकार के प्रयत्नों का श्रेय है।
मुंबई पर जब 26/11 का आतंकी हमला हुआ तो उसमें वीर पुलिस अधिकारी व कर्मी शहीद हुए। निर्दोष लोगों की जान गई। परंतु तत्कालीन कांग्रेस सरकार की ओर से इस आतंकवादी हमले के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हाथ होने का झूठा प्रचार किया गया। जबकि आज राणा के प्रत्यर्पण का श्रेय लेने की कोशिश कांग्रेस की ओर से की जा रही है। यूपीए सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल के दौरान भारत में 9739 आतंकवादी हमले हुए। यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान रोजाना देशभर में हमले हो रहे थे। परंतु 2014 से जम्मू कश्मीर को छोड़कर एक भी बड़ा आतंकवादी हमला नहीं हुआ है। मोदी सरकार ने आतंकवादियों के मन में जबरदस्त खौप पैदा कर दिया है। देश की अंतर्गत सुरक्षा को मजबूत करने के साथ ही सरकार ने आतंकवादी विरोधी नीति अपनाकर भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं ऐसा संदेश केंद्र सरकार ने दिया है। यह दावा करते हुए निरुपम ने कहा कि आतंकवाद देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। कांग्रेस को जो काम उनके कार्यकाल के दौरान करते नहीं संभव हुआ वह काम मोदी सरकार के कार्यकाल में हुआ है। इसलिए हकीकत में कहा जाये तो कांग्रेस वालों को मोदी सरकार का अभिनंदन करना चाहिए, इस प्रकार की मांग निरुपम ने की है।