हैडलाइन

छठ पूजा के आयोजन को लेकर राज्य सरकार को दिशा-निर्देश देने के लिये भाजपा का शिष्ट मंडल राज्यपाल से मिला.

          मुम्बई-सूर्य आराधना का पर्व छठ पूजा को दस दिन ही शेष हैं और राज्य सरकार इसके आयोजन को लेकर उदासीन है.  छठ पूजा के आयोजन को लेकर राज्य सरकार को दिशा-निर्देश देने के लिये बुधवार को भाजपा का शिष्टमंडल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिला. 


भाजपा नेताओ ने राज्यपाल से मुलाकात कर निवेदन किया कि वे राज्य सरकार,पुलिस व मुंबई महानगर पालिका से छठ महापूजा के आयोजन में सरकारी सुविधाए उपलब्ध कराने का निर्देश दें.मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगलप्रभात लोढा ने कहा कि सरकार की यह उदासीनता मुंबई के छठ व्रतियों की भावना को ठेस पहुंचाने जैसा है. भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व बिहार प्रकोष्ठ के प्रभारी अमरजीत मिश्र ने बताया कि इस पर्व में आस्था रखने वाले मुंबई में दस लाख से अधिक लोग हैं।पर असंवेदनशील सरकार को इनकी आस्था से कुछ लेना देना नहीं है. मुंबई में रहने वाले बिहार,झारखंड व पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग भी बड़े पैमाने पर इसे मनाते हैं।

बता दें कि आस्था के महा पर्व छठ उत्सव का पूरे देश में आयोजन होता है।वैसे तो यह त्यौहार पूरे चार दिनों तक मनाया जाता है,पर इस साल  छठ पूजा 8 नवंबर से शुरू हो रही है. इसके अगले दिन यानी 9 नवंबर को दिन खरना, 10 नवंबर को सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और अंत में 11 नवंबर की सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही यह पर्व समाप्त हो जाएगा. इस त्योहार का नियम सख्त है.यह भी पता ही है कि अस्ताचलगामी व उगते सूर्य को लोग पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हैं।

    यह सत्य है कि अब कोरोना महामारी का प्रादुर्भाव कम हुआ है ।हालांकि इस दौरान लोग अपनी आस्थाओं का भी सम्मान कर सकें और नियमों मे रह कर इस त्यौहार को मना सकें इस के लिए राज्य सरकार,पुलिस व  मनपा प्रशासन छठ पूजा करने वालों को पूजा करने की इजाजत दें। हालांकि सरकार ने बड़ी मिन्नतों के बाद  धर्म स्थलों को तो खोला है।

हमारा  सुझाव है कि सरकार हठधर्मिता छोड़े व छठव्रतीयों को नियमों मे रह कर त्यौहार मनाने की इजाजत दे। 

उल्लेखनीय है कि  छठ व्रतियों और सरोवर व समुद्र के किनारे बड़ी संख्या में जुटनेवाले श्रद्धालुओं को सरकारी तौर पर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पिछ्ली सरकार के तात्कालीन  मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कुछ निर्देश दिए थे।इस सरकार को भी चाहिए कि वह समुद्र किनारे जुटने वाले छठ व्रतियों की संख्या में कमी लाने के लिए पूरे मुंबई के मैदानों व खुली जगहों पर कृत्रिम जलाशय बना कर उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराएं व इस तरह की सुविधा उपलब्ध कराने को आगे आने वाली संस्थाओं को इजाजत दे. प्रकृति से तादम्य स्थापित कर सूर्य देवता के प्रति अपनी आस्था जताने वाले इस पर्व के लिए सरकार यह कदम जल्द उठाए. 

हमें विश्वास है कि मुंबई और उसके आसपास रहने वाले लोग भी इतने सजग हैं कि वे नियमों का सख्ती से पालन करेंगे।


       उल्लेखनीय है कि शिवाजी पार्क,चौपाटी, कुलाबा,चेंबूर,जुहू बीच,आक्सा,गोराई,संजय गांधी पार्क,मुलुंड व वर्सोवा के समुद्र तट व अन्य छोटे तालाबो पर छठ पूजा होती है।यदि जिस तरह गणेशोत्सव में कृत्रिम रुप से विसर्जन के लिए स्थान बनाए गए थे उसी तरह के इंतजाम छठ महापर्व पर भी किये जाने चाहिए।


      मनपा ,पुलिस व राज्य सरकार प्रशासनिक तौर पर छठ के लिए एक नियम बनाए।


शिष्ट मंडल में श्री लोढा व श्री मिश्रा के अलावा भाजपा उपाध्यक्ष पवन त्रिपाठी, नगर सेवक शिव कुमार झा व भाजपा बिहार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोज झा शामिल थे.


Most Popular News of this Week

अमेरिकेतून राहुल गांधींची...

अमेरिकेतून राहुल गांधींची आरक्षण संपवणारी योजना  उघड…राहुल गांधी याचं...

उद्धव ठाकरेंचा पीए पैसे घेऊन...

उद्धव ठाकरेंचा पीए पैसे घेऊन पद विकतो!शिंदेसेना - भाजपचे गंभीर आरोपमुंबई।...

कांदा- सोयाबीन- धान...

कांदा- सोयाबीन- धान उत्पादकांना केंद्राचा दिलासादेवेंद्र फडणवीस यांनी...

आरक्षण संपवणारी योजना...

राहुल गांधींची आरक्षण संपवणारी योजना अमेरिकेतून उघड…राहुल गांधी याचं...