-उत्तर भारतीय संघ में कैंसर मरीजों के लिए गेस्ट हाउस,
-60 बेड की व्यवस्था
-संघ अध्यक्ष व भाजपा विधायक आर एन सिंह का सपना हुआ साकार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजुदगी में होगा उद्घाटन
मुंबई, दिनांक 13: मुंबई में बाहर से आने वाले कैंसर मरीजों के इलाज़ के लिए उत्तरभारतीय संघ में 6 हजार 800 स्क्वायर फिट में 50 बेड का डोरमेट्री और 5 एसी रूम तैयार किया गया है। मई महीने में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजुदगी में इसका उद्घाटन होगा। इसके बाद यह सुविधा आम लोगों के लिए शुरू हो जाएगी। इस सुविधा के शुरू होने उत्तर भारत से आने वाले कैंसर मरीजों को भारी राहत मिलेगी।
उत्तर भारतीय संघ में शनिवार को उत्तर भारतीय संघ के विशेष ट्रस्टी संतोष सिंह ने कहा कि दूसरे राज्यों विशेषकर उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश से आने वाले कैंसर से पीड़ित मरीज मुंबई के टाटा कैंसर अस्पताल में इलाज कराते हैं। उन्हें और उनके परिजनों को अस्पताल के बाहर सड़कों पर रहना पड़ता है। ऐसे में मेरे पिता, संघ के अध्यक्ष व भाजपा विधायक आरएन सिंह ने इन लोगों के रहने के लिए गेस्ट हाउस तैयार करने का फैसला किया। इसे मूर्त रूप देने के लिए दो साल का समय लगा है।
श्री संतोष बताते हैं,"संघ गेस्ट हाउस की सुविधा को 'नो प्रॉफिट, नो लॉस' पर चलाया जाएगा। मरीजों व उनके परिजनों को बहुत ही नगण्य दर पर गेस्ट हाउस दिया जाएगा। इसके अलावा चार धामों पर आए लोगों को भी गेस्ट हाउस की सुविधा दी जाएगी।"
संघ अध्यक्ष व भाजपा विधायक आर एन सिंह ने बताया कि यह गेस्ट हाउस बनने से मेरा वर्षों का सपना साकार हो गया। इसके शुरू होने से गरीबों व जरूरतमंदों को सुविधा मिलेगी।
एक सवाल के जवाब में संघ के विशेष ट्रस्टी सिंह ने कहा कि मरीजों की आर्थिक स्थिति को मद्देनजर रखते हुए उन्हें मुफ्त में रहने की सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जायेगा। हालांकि अभी गेस्ट हाउस में प्रत्येक बेड का कितना शुल्क होगा। उसे संघ की बैठक में निर्धारित किया जाएगा।
इस गेस्ट हाउस को तीन करोड़ 70 लाख रुपए खर्च हुए हैं। गौरतलब है कि टाटा कैंसर अस्पताल और मुंबई के दूसरे अस्पतालों में उत्तर भारत से इलाज के लिए बड़े पैमाने पर लोग आते हैं। आर्थिक तंगी में जी रहे लोगों को रुकने के लिए भारी परेशानी से गुजरना होता है। इन लोगों को परेशानी से बचाने के लिए उत्तर भारतीय संघ ने यह कदम उठाया।
50 बेड की डोरमेट्री
इस डोरमेट्री में 50 बेड है। हर व्यक्ति के समान रखने के लिए कपाट की व्यवस्था है। उत्तर भारतीय संघ के महामंत्री नंदलाल उपाध्याय ने कहा कि हमारा प्रयास है कि उत्तर भारत से आने वाले कैंसर और अन्य तरह के मरीजों राहत मिले। उत्तर भारतीय संघ के विशेष ट्रस्टी संतोष सिंह ने कहा कि हमने 5 एसी रूम भी बनाए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत से आने वाला कोई मरीज यहां स्थान पा सकता है। यह पहले आओ पहले पाओ पद्धति पर चलेगा।