छुट्टी के दिन सिडको भवन पर उमड़ी भीड़,
घरो पर कब्जा एंव नुकसान भरपाई की मांग
पनवेल। तलोजा सेक्टर 34 और 36 के महागृहनिर्माण योजना के लाभार्थी बुधवार सुबह बेलापुर स्थित सिडको भवन के सामने एकत्र होकर मीडिया के सामने अपनी शिकायतें रखीं. तलोज में महागृहनिर्माण योजना के लॉटरी प्रक्रिया में लाभार्थी रहे साढ़े चार हजार फ्लैट धारकों को समय-समय पर आश्वासन दिया जा रहा है. इन लाभार्थियों की मूल मांग मकानों पर कब्ज़ा और वित्तीय नुकसान का मुआवज़ा है. रामनवमी के सार्वजनिक अवकाश के दिन सिडको भवन बंद होने के बावजूद अचानक उमड़ी भीड़ के कारण सिडको में वास्तव में क्या हुआ, ऐसी चर्चा इलाके में सुरु थी।
सिडको कॉर्पोरेशन ने 2019 में निम्न आय वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए तलोजा इलाके के सेक्टर 34 और 36 की भूखंडों पर 7905 घरों की लॉटरी निकाली थी. इसमें लाभार्थियों का चयन किया गया, लेकिन लाभार्थियों से सारा पैसा लेने के बावजूद सिडको कॉर्पोरेशन ने मकानों का कब्जा नहीं दिया, जिससे मकान मालिक नाराज हैं. कब्जा नहीं मिलने के कारण ये लाभार्थी बैंक से लिए गए ऋण पर ब्याज और जिस मकान में वे वर्तमान में रह रहे हैं उसका किराया जैसे अत्यधिक खर्चों की परेशानी में फंस गए हैं.बताते चले कि फरवरी महीने में मावल के सांसद श्रीरंग बारणे ने सिडको कॉर्पोरेशन के तत्कालीन प्रबंध निदेशक के साथ एक बैठक की. इस बैठक में सिडको ने लाभार्थियों को मुआवजे के लिए प्रस्ताव बनाने पर सहमति जताई जताने के बराने ने कहा. लेकिन उसके बाद सिडको के प्रबंध निदेशक का तबादला कर दिया गया. जब फ्लैट धारकों को सिडको से संबंधित प्रस्ताव के बारे में पता किये जाने पर उन्हें यह पता चला कि वास्तव में ऐसा कोई प्रस्ताव बनाने का कार्य नहीं शुरू है. जिसके बाद फ्लैट धारकों ने वर्तमान सिडको कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक विजय सिंघल का ध्यान खींचने के लिए बुधवार को सिडको भवन के पास सारे लाभार्थियों ने जमा होने का फैसला किया।