गद्दारों को जनता माफ नहीं करेगी- उद्धव ठाकरे
नवी मुंबई। स्वर्गीय आनंद दिघे का कथन था 'गद्दारों को कोई माफी नहीं'.उन्होंने कभी भी गद्दारों को शरण नहीं दी. उन्होंने 'शिवसेना का ठाणे और ठाणे का शिवसेना' समीकरण को समायोजित किया था. लेकिन अब इस ठाणे में निर्माण हुए गद्दारों को जनता माफ नहीं करेगी. ठाणे लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में गद्दारों को गाड़े बिगर ठाणेकर रहेंगे नही. यह कृति कर दिखाएंगे ऐसा विश्वास व्यक्त करते हुए उद्धव ठाकरे ने मोदी के 400 पार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ऐरोली में प्रचार सभा मे खबर लिए. महाविकास (इंडिया) आघाड़ी के 25 ठाणे लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार राजन विखारे के प्रचार के लिए रविवार को ऐरोली सेक्टर -3 स्थित श्रीराम विद्यालय के परिसर में एक जाहिर सभा का आयोजन किया गया था. इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया. इस प्रचार सभा मे शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत, पूर्व आवास मंत्री विधायक जीतेंद्र आव्हाड, कांग्रेस नेता मुजफ्फर हुसैन, आरपीआई नेता दीपक निकालजे, पूर्व विधायक विद्या चव्हाण सहित ठाणे लोकसभा क्षेत्र के महा विकास आघाड़ी के प्रमुख पदाधिकारी, महिला और युवा सेना के पदाधिकारी व्यास पीठ पर उपस्थित थे।
ऐरोली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में पहली बार उद्धव ठाकरे की सभा हुई. इस सभा में शिवसैनिकों समेत नागरिकों की भारी भीड़ देखने को मिली. उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में विभिन्न पार्टियों के पदाधिकारी और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे समूह में शामिल हुए. प्रचार सभा में मोदी का समाचार लेते हुए उद्धव ठाकरे ने भाजपा के हिंदुत्व की आलोचना करते हुए कहा कि हमारा हिंदुत्व घर में चुल्खा लगाने वाला है और भाजपा का हिंदुत्व घर में आग लगानेवाला है. 'जो काम का नहीं, वह राम का क्या बनेगा' कहकर क्या दस साल में मोदी की वजह से राम राज आया? इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने ये सवाल उठाया. 400 पार का नारा देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ठाणे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में राजन विचारे में किये कार्यो को देखकर उनके खिलाफ चुनाव लड़कर जीत कर दिखाएं. ऐसा से अपील किये. भाजपा ने अब तक पार्टियां तोड़ी हैं, अनेको के घर तोड़े हैं. राजनीति में भाजपा को लड़का नहीं हुआ है. भाजपा ने किसी और का बेटा गोद ले लिया है. भाजपा के बच्चे नहीं हो रहे है उसमें मेरी क्या गलती ? ऐसी हसी भरी आलोचना उद्धव ठाकरे ने की. शिवसेना पार्टी के विभाजन के बाद शिंदे गुट को शिवसेना नाम और धनुष्यबाण दे दिया गया है. उद्धव ठाकरे ने इसकी आलोचना करते हुवे कहा कि शिवसेना नाम मेरे दादा ने दिया है. चुनाव आयोग ने नहीं दिया. चुनाव आयोग दबाव में काम कर रहा है और चुनाव आयोग ने हम पर ही चुनाव आयुक्त बेचे जाने का आरोप लगाया।